कहां तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार सत्ता में आने से रोकने के लिए नीतीश कुमार ने पटना में विपक्षी दलों का एक गठबंधन बनाया, जिसका नाम इंडिया गठबंधन पड़ा । शुरू में इस विपक्षी गठबंधन का संयोजक बनने को आतुर नीतीश कुमार अब उस एनडीए खेमे में आने को आतुर दिख रहे हैं,जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार सत्ता में पहुंचाएगा।यह सब घटनाक्रम काफी तेजी से बदलता चला गया। दिन प्रतिदिन नए नए सियाशी कारनामे होते चले गए और संभवत आज तस्वीर बहुत कुछ साफ हो सकती है,क्योंकि आज ही आरजेडी, बीजेपी और हम के विधायकों की बैठक होगी,इसके जेडीयू के विधायकों की जी बैठक कल होनी थी वह भी अब आज ही होगी। महागठबंधन से अलग होने के बाद नीतीश कुमार और एनडीए अलग बैठक कर रणनीति बना रहे हैं तो वही लालू प्रसाद भी आरजेडी विधायकों के साथ बैठक कर नीतीश कुमार और एनडीए के रास्ते में रोड़ा अटकने का हर संभव तैयारी में जुट गए हैं
आरजेडी विधायक दल की बैठक
आज आरजेडी के विधायक दल की बैठक उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के आवास पर हुई।विधायकों के साथ हुई बैठक के बीच तेजस्वी यादव ने बिहार की सियासी हलचल को लेकर कहा कि वह आसानी से तख्तापलट नहीं होने देंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने नीतीश कुमार को पूरा सम्मान दिया, इसके बावजूद उन्होंने महागठबंधन के साथ विश्वासघात किया है।लालू प्रसाद बहुमत के लिए आवश्यक 122 विधायकों की जादुई आंकड़ा प्राप्त करने के लिए के कांग्रेस के साथ-साथ हम और अन्य राजनीतिक दलों से भी संपर्क साध रहे हैं, ताकि नीतीश कुमार के इस्तीफा देने के बाद महागठबंधन खुद के सरकार बनाने का दावा कर सके। और अगर ऐसा संभव नहीं हुआ तो फिर वह नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जेडीयू को दिया समर्थन की वापसी का पत्र राज्यपाल को देकर विधानसभा के फ्लोर पर बहुमत सिद्ध करने का दबाव बना सकें।इन बातों को मद्दे नजर रखते हुए उन्होंने अपने पार्टी विधायकों को न सिर्फ पटना में रहने का निर्देश दिया है, बल्कि उन्हें हर समय अपने मोबाइल फोन भी खुले रखने की सलाह दी है ताकि किसी भी निर्णय को तुरंत अंजाम दिया जा सके।
जीतनराम मांझी के दोनो हाथ में लड्डू
बिहार के तेजी से बदल रहे घटनाक्रम में किसी खेमे में मायूसी छाई है तो किसी में उत्साह का वातावरण है लेकिन जीतन राम मांझी के नेतृत्व वाली हम पार्टी ऐसी है, जिसके दोनों हाथों में इस समय लड्डू है। वैसे तो इनके पास विधायकों की संख्या सिर्फ चार ही है, लेकिन इसके बावजूद नीतीश कुमार और एनडीए गठबंधन के साथ-साथ आरजेडी और कांग्रेस के बड़े नेता भी इन्हें खासा महत्व दे रहे हैं। एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने इनसे मुलाकात कर इनके साथ मंत्रणा की तो वहीं लालू यादव ने भी इनके लड़के को अपने खेमे में आने पर उपमुख्यमंत्री बनाने की बात कही थी, इसके अलावा कांग्रेस भी इस समय जीतनराम मांझी से संपर्क कर रही है। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस पार्टी की तरफ से जल्दी ही भूपेश बघेल की जीतनराम मांझी से मुलाकात हो सकती है। सूत्रों का यह भी कहना है कि राहुल गांधी ने भी जीतनराम मांझी को फोन कर उन्हें इंडिया ब्लॉक में शामिल होने का अनुरोध किया है। हालांकि फिलहाल जीतनराम मांझी ने अपनी पार्टी हम को लेकर कहां है कि हम जहां हैं वहीं ठीक है।
रविवार को बिहार सचिवालय की छुट्टी रद्द,राजभवन भी रहेगा खुला
बिहार में तेजी से बदलते सियासी घटनाक्रम के बीच बिहार सचिवालय की रविवार की छुट्टी रद्द कर दी गई है। यानि अब सचिवालय रविवार को भी खुला रहेगा। कैबिनेट ऐसी जगह है जहां से ही सारी चीज संचालित होती है,इसके अलावा राज भवन भी रविवार को खुला रहेगा। इसे साफ है कि रविवार का दिन बिहार के लिए सुपर संडे साबित होने वाला है।
बीजेपी विधायक दल की बैठक
बीजेपी के विधायक दलों की भी आज शाम में बैठक होने वाली है। माना जा रहा है कि यह एक औपचारिक बैठक है। इस बैठक में बीजेपी के सभी विधायकों के इस बात को लेकर हस्ताक्षर लिए जाएंगे कि बीजेपी का समर्थन नीतीश कुमार के साथ है, ताकि नीतीश कुमार इस समर्थन पत्र को राज्यपाल को दिखाकर एनडीए और हम पार्टी के साथ अपने सरकार बनाने का दावा पेश कर सके। गौरतलब है कि में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने हम सुप्रीमो जीतनराम मांझी से मिलकर नीतीश कुमार के पक्ष में विधायकों का समर्थन पत्र तैयार रहने की बात कही थी ,जिसके आलोक में जीतनराम मांझी ने हम पार्टी के चार विधायकों के साथ बैठक की थी।
जेडीयू ने आज शाम ही सभी विधायकों को पटना बुलाया
जेडीयू ने अपने विधायकों के साथ कल रविवार को बैठक रखी थी,लेकिन इस बीच लालू प्रसाद के कुछ ज्यादा सक्रिय होने की वजह से एनडीए की तरफ से सुझाव दिया गया कि इससे पहले कि लालू प्रसाद यादव कोई नई चल चलें, नीतीश कुमार के मुख्यमंत्रित्व में एनडीए के साथ नई गठबंधन वाली सरकार बनाने का दावा राज्यपाल को सौंप दिया जाय। इस बात के मद्देनजर जेडीयू ने अपने सभी विधायकों को शाम 7:30 बजे तक पटना पहुंच जाने का निर्देश दिया है।