न्यूज़ डेस्क
महागठबंधन से निकला कर एनडीए के साथ गए नीतीश कुमार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री हो गए हैं। आज कुछ घंटे पहले ही उन्होंने शपथ ग्रहण किया है। सुबह में उन्होंने इस्तीफा दिया था इसके बाद बीजेपी के साथ उनकी बैठक हुई और फिर शपथ ग्रहण समारोह। बिहार में एनडीए की सरकार बनते ही बीजेपी की बांछे खिल गई है। एक और राज्य बीजेपी को मिला है। और इस प्रकार से पूरा हिंदी पट्टी बीजेपी का हो गया है।
लेकिन जिस लाभ हानि को देखते हुए बीजेपी और जदयू के बीच जो यह गठबंधन हुआ है वह आगे कितना सफल होगा ,इसे देखना बाकी है। समय बदलता है और समय के साथ राजनीति भी बदल जाती है। ऐसे में अभी यह कहना कि नीतीश और मोदी के हाथ में ही इस देश का भविष्य सुरक्षित है अतिशयोक्ति से कम नहीं। सच तो ये है कि जब राजनीतिक अवसान शुरू होता है तब कुछ नहीं बचता। नीतीश के साथी नेता भले ही आज बड़े खुश रहे होंगे लेकिन बिहार की जनता भी समझ रही है कि नीतीश का इकबाल ख़त्म हो गया है।
आज की बड़ी खबर यही है कि नीतीश कुमार ने नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर और भारतीय जनता पार्टी के सम्राट चौधरी एवं विजय सिन्हा समेत छह अन्य ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।राजभवन में आयोजित समारोह में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने नीतीश कुमार के बाद भाजपा के सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, जदयू के विजय चौधरी, विजेंद्र यादव, श्रवण कुमार, भाजपा के ही प्रेम कुमार, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय सुमित कुमार सिंह को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई । इस मौके पर भाजपा समर्थकों ने जय श्री राम और मोदी मोदी के नारे लगाए। वहीं, हम के समर्थकों ने जय भीम तथा जदयू समर्थकों ने नीतीश कुमार के पक्ष पर नारा लगाया।
शपथ ग्रहण समारोह में बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस, हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान, जदयू सांसद ललन सिंह, भाजपा नेता मंगल पांडे और राजीव प्रताप रूडी समेत कई अन्य गणमान्य लोग शामिल थे । लेकिन इस सबके बीच आज बिहार मौन बना रहा। जिधर देखो उधर मायूसी दिखा। बहुत से लोगों ने नीतीश पर जमकर हमला किया। उनकी राजनीति पर सवाल उठाये। आम जनता ने कहा कि जिस पर दाव लगाया गया था वही आदमी धोखा देगा इसकी बानगी देश ने देख लिया है। अब किसी भी चेहरे को दागदार बताने से पहले नीतीश को अपने गिरेबान में झांकना होगा।
नीतीश फिर बने बिहार के मुख्यमंत्री ,राजनीति में बानगी के तौर पर याद किये जाएंगे कुमार
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