विकास कुमार
देश की राजनीति दो हिस्से में बंटती नजर आ रही है। एकतरफ विपक्षी दलों ने इंडिया नाम का गठबंधन बनाया है। तो दूसरी तरफ बीजेपी का आलाकमान एनडीए में नई जान फूंकने में लगा है। एनडीए के 39 दलों की बैठक का आयोजन दिल्ली में किया गया। इस बैठक में सभी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भरोसा जताया है। और उनके नेतृत्व में एकजुट होकर आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने का संकल्प लिया। वहीं इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों पर जमकर प्रहार किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्षी दल राज्यों में आपस में लड़ते हैं लेकिन मजबूरी की वजह से अब गठबंधन बना रहे हैं। मोदी ने कहा कि ये लोग पास पास तो आ सकते हैं लेकिन साथ साथ नहीं आ सकते हैं।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर नकारात्मक राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि एनडीए का गठन देश में स्थिरता लाने के लिए हुआ था।
लोकसभा चुनाव करीब आता देख बीजेपी आलाकमान एनडीए का विस्तार करने में जुटी है। एनडीए को एक तरह से विपक्षी एकता की काट के तौर पर देखा जा रहा है। लेकिन वास्तव में ये कितनी कामयाब होगी ये तो आने वाले वक्त में ही पता चलेगा।