न्यूज़ डेस्क
संसद का मानसून सत्र सोमवार 22 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। इसमें मंगलवार को केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केन्द्रीय बजट पेश करेंगी। सत्र के लिए सरकार और विपक्ष तैयारी में जुटे हुए हैं। जिस तरह की तैयारी दोनों ओर से दिख रही है, उससे साफ संकेत मिल रहे हैं कि संसद के दोनों सदनों में वार-पलटवार की गूंज सुनाई देगी।
सरकार ने सदन को सुचारू चलाने के लिए रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। वहीं इंडिया ब्लॉक एकजुट होकर सरकार को घेरने के लिए एक दो दिन में बैठक कर सकता है। दरअसल, संसद के बजट सत्र से पहले कई मुद्दों पर देश में सियासत गर्माई हुई है।
कांग्रेस युवा, किसान, मजदूर, जवान के मुद्दों को उठाने की तैयारी में है। इसमें बढ़ती महंगाई-घटती कमाई, नीट पेपर लीक, किसान-एमएसपी की गारंटी, स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों के आधार पर समर्थन मूल्य, कर्ज माफी के साथ अग्निवीर योजना को समाप्त करने की मांग शामिल होगी।
इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले, मणिपुर-त्रिपुरा हिंसा, उत्तर प्रदेश में कावड़ यात्रा के दौरान दुकानों पर मालिकों के नाम लिखवाने समेत कई अन्य मुद्दों पर विपक्ष की सरकार को घेरने की तैयारी है।
वहीं विपक्ष पर पलटवार करने के लिए भाजपा भी अपनी तैयारी में है। मंत्रियों व सांसदों को विपक्षी दलों के आरोपों और हमलों का जवाब एकसुर में देने के लिए तथ्यात्मक आंकड़े भी जुटाए जा रहे हैं।
सत्र के दौरान वित्त विधेयक के अलावा आपदा प्रबंधन (संशोधन) विधेयक-2024, बॉयलर विधेयक-2024, भारतीय वायुयान विधेयक-2024, कॉफी (संवर्धन और विकास) विधेयक-2024 और रबड़ (संवर्धन और विकास) विधेयक-2024 को पारित करवाने के लिए सूचीबद्ध किया है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसदीय एजेंडा तय करने वाली कार्य मंत्रणा समिति का गठन किया है। समिति की अध्यक्षता स्वयं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला करेंगे।
समिति में सुदीप बंद्योपाध्याय (टीएमसी ), पी पी चौधरी (बीजेपी ), लावु श्रीकृष्ण देवरायलु टीडीपी ), निशिकांत दुबे (बीजेपी ), गौरव गोगोई (कांग्रेस ), संजय जयसवाल (बीजेपी), दिलेश्वर कामैत (जेडी-यू), भर्तृहरि महताब (बीजेपी), दयानिधि मारन (डीएमके), बैजयंत पांडा (बीजेपी), अरविंद सावंत (शिवसेना-यूबीटी), कोडिकुन्निल सुरेश (कांग्रेस), अनुराग ठाकुर (बीजेपी) और लालजी वर्मा (सपा ) सदस्य हैं।