बीरेंद्र कुमार झा
देश की राजधानी दिल्ली में जी – 20 की औपचारिक बैठक शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई राष्ट्रीय अध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।इस दौरान यह बात सामने आ रही है कि शुक्रवार को पीएम नरेन्द्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इसके बाद डिनर का आयोजन किया जाएगा। इस बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जी-20 को लेकर अपनी एक प्रतिक्रिया से सनसनी फैला दिया है।
राज्यों के समूह पर खतरा
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा है की यह खबर सचमुच सही है। राष्ट्रपति भवन ने 9 सितंबर को जी-20 डिनर के लिए सामान्य चलन प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया के बजाय प्रेसिडेंट ऑफ भारत के नाम पर निमंत्रण पत्र भेजा है। जी – 20 डिनर के लिए जो न्योता भेजा गया है,उसमें प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा है। यदि संविधान के आर्टिकल 1 को पढ़ें तो उसमें लिखा है कि भारत जो इंडिया है, राज्यों का एक समूह होगा। कांग्रेस नेता ने लिखा अब तो राज्यों के समूहों पर भी खतरा मर्डर रहा है।
इंडिया शब्द अंग्रेजों द्वारा दी गई गाली भारत हमारी संस्कृति का प्रतीक
बीजेपी के राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने मांग किया है कि देश का नाम इंडिया से बदलकर भारत किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरा देश मांग कर रहा है कि हमें इंडिया की जगह भारत शब्द का इस्तेमाल करना चाहिए।इंडिया शब्द अंग्रेजों द्वारा दी गई एक गाली है, जबकि भारत शब्द हमारी संस्कृति का प्रतीक है। मैं चाहता हूं कि हमारे संविधान में बदलाव हो और उसमें भारत शब्द जोड़ा जाए।
मिस्टर मोदी इतिहास को विकृत और भारत को विभाजित करना चाहते हैं
अपने ट्वीट में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जयराम रमेश ने लिखा है कि मिस्टर मोदी इतिहास को विकृत करना और भारत को विभाजित करना चाहते हैं। भारत जो है,वह राज्यों का संघ है, लेकिन हम विचलित नहीं होंगे। आखिर क्या है इंडिया पार्टियों का उद्देश्य ? यह भारत है। सद्भाव, मैत्री मेल- मिलाप और विश्वास लाना इसका उद्देश्य है। जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया
ऐतिहासिक जयपुर हाउस में होगा विशेष भोज
सम्मेलन में हिस्सा ले रहे राष्ट्राध्यक्षों के जीवनसाथियों के लिए ऐतिहासिक जयपुर हाउस में दोपहर में भोज का आयोजन किया जाएगा।गौरतलब है कि जयपुर हाउस में राष्ट्रीय आधुनिक कला गैलरी (NGMA) भी है। इस भोज से पहले राष्ट्राध्यक्षों के जीवनसाथी बाजरे की खेती के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए पूषा परिसर का दौरा करेंगे। वैश्विक नेताओं के जीवन साथियों की भारत यात्रा को यादगार बनाने के लिए एक विशेष योजना पर भी काम चल रहा है।