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मध्यप्रदेश में बीजेपी ने जिस मोहन यादव को सीएम के लिए मनोनीत किया है ,कांग्रेस ने कई सवाल खड़े किये हैं। बीजेपी पर तंज कसते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि मोहन यादव के खिलाफ बड़े पैमाने पर हेराफेरी समेत कई गंभीर आरोप हैं। उन्होंने उज्जैन मास्टरप्लान पर सवाल उठाया और पूछा कि क्या यही राज्य के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी है। एक पोस्ट में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ”चुनाव नतीजों के आठ दिन बाद बीजेपी ने मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री चुना, एक ऐसा व्यक्ति जिसके खिलाफ उज्जैन मास्टरप्लान में बड़े पैमाने पर हेरफेर सहित कई गंभीर आरोप हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “सिंहस्थ के लिए आरक्षित 872 एकड़ जमीन में से भू-उपयोग बदलकर जमीन अलग कर दी गई। उनके कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हैं, इनमें वह गाली-गलौज करते, धमकी देते और आपत्तिजनक बयान देते नजर आ रहे हैं।”
जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री के ‘मोदी की गारंटी’ वाले बयान पर उन पर कटाक्ष करते हुए कहाा,”क्या यह मध्य प्रदेश के लिए ‘मोदी की गारंटी’ है?” उन्होंने अपने दावों के समर्थन में एक समाचार क्लिपिंग भी संलग्न की।
बता दें कि बीजेपी की मध्य प्रदेश इकाई ने सोमवार को मोहन यादव को राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनाया। यह फैसला राज्य की राजधानी में पार्टी की विधायी बैठक के बाद आया। मोहन यादव (58) ने उज्जैन दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव जीता। उन्होंने अपना पहला विधानसभा चुनाव 2013 में जीता और 2023 सहित लगातार तीन चुनावों में विजयी रहे।
उल्लेखनीय है कि दैनिक भास्कर ने 11 जून 2023 की एक रिपोर्ट में मोहन यादव पर बड़ी खबर को प्रकाशित किया है जिसमे कहा गया है कि मोहन यादव ने उज्जैन में सिंहस्त के लिए रिजर्व 872 एकड़ जमीन में से 185 एकड़ का लैंडयूज बदलकर अलग कर दिया गया है। इस 185 एकड़ जमीन में से 29 एकड़ जमीन उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ,उनकी फार्म ,पत्नी सीमा यादव ,बहन और नगर निगम सभापति कलावती यादव और लीलाबाई यादव के नाम है।

