संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पहले दिन संसद में आर्थिक सर्वेक्षण और मंगलवार को केंद्रीय बजट पेश करेंगी।यह सत्र 12 अगस्त तक प्रस्तावित है। इस दौरान 19 बैठकें होनी हैं।
संसद के मानसून सत्र के शुरू होते ही कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया ।इसमें नीट यूजी और यूजीसी नेट सहित परीक्षाओं के संचालन में पेपर लीक के मामलों के साथ-साथ एनटीए की विफलता पर चर्चा करने की मांग की गई । वहीं कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया, जिसमें सीमा की स्थिति और चीन के साथ भारी व्यापार घाटे पर चर्चा करने की मांग की गई।
मानसून सत्र के सावन और सोमवार जैसे पवित्र दिन से से शुरू होने को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि आज सावन का पहला सोमवार है।
इस पावन दिन पर सांसद का एक महत्वपूर्ण सत्र शुरू हो रहा है।मैं देशवासियों को सावन के पहले सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। आज संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है,जो एक सकारात्मक सत्र होना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि 60 साल के बाद कोई सरकार तीसरी बार सत्ता में आई है। गारंटी को जमीन पर उतारना हमारा लक्ष्य है। हम गारंटी पूरा करने के लिए लगातार आगे बढ़ रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हमने दलों की लड़ाई तो बहुत लड़ ली,अब अगले पांच साल हमें देश के लिए लड़ना है।कुछ दलों की राजनीति नकारात्मक है,लेकिन अब वक्त दल से ऊपर उठकर लड़ने का आ गया है। देश को नकारात्मकता की जरूरत नहीं है। देश को नई ऊंचाई पर ले जाने की विचारधारा के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है।ये सदन दल के लिए नहीं ,बल्कि देश के लिए है।
सदन के इस सत्र में पेश होने वाले बजट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बजट सत्र हमारे लोकतंत्र की गौरवशाली यात्रा में महत्वपूर्ण पड़ाव है। हमारा बजट अगले पांच वर्ष के लिए हमारी यात्रा की दिशा तय करेगा, ‘विकसित भारत’ के लिए मजबूत आधारशिला रखेगा।
पीएम मोदी ने 18 वीं लोक सभा के प्रथम सत्र को लेकर कहा कि इसी सदन में ढाई घंटे तक प्रधानमंत्री को बोलने नहीं दिया गया था।जनता ने फैसला दे दिया है, मैं सभी राजनीतिक दलों से अपील करूंगा कि वे अगले पांच साल तक देश के लिए साथ मिलकर लड़ें। उन्होंने कुछ दलों की ‘‘नकारात्मक राजनीति’’ की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने संसद के समय का उपयोग अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपने देखा होगा कि संसद के पहले सत्र में, देश की 140 करोड़ जनता द्वारा बहुमत से चुनी गई सरकार की आवाज को दबाने की कोशिश की गई। 2.5 घंटे तक प्रधानमंत्री की आवाज को दबाने का प्रयास किया गया। देश की जनता ने हमें देश के लिए भेजा है, दल के लिए नहीं।
नीट मामले को लेकर लोकसभा में हंगामा जारी है।विपक्ष की ओर से आरोप लगाया गया कि नीट परीक्षा मामले में कई छात्रों की मौत हुई है।
इसपर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कुछ जगहों पर गड़बड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि पेपर लीक के साफ सबूत नहीं हैं।
एसपी सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार के पास पेपर लीक का रिकॉर्ड है।वहीं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि पूरा देश नीट मामले को लेकर चिंतित है।परीक्षा व्यवस्था में बड़ी गड़बड़ी हुई है।लाखों छात्रों का भविष्य खतरे में है।यहां पैसे के बल पर परीक्षा का सौदा संभव है।
राहुल गांधी के बयान पर धर्मेंद्र प्रधान नाराज हो गए और कहा कि मुझे किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। नेता प्रतिपक्ष का कुछ नहीं हो सकता है। पूरी परीक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाना गलत है। राहुल गांधी का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है।केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस बयान पर सदन में हंगामा हो गया।
नीट परीक्षा पर हुए हंगामे को शांत करने के प्रयास में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि परीक्षा सुधार पर सुझाव दें। सिस्टम को बेहतर करने का सुझाव दें। आरोप प्रत्यारोप से कुछ नहीं हो सकता है। सरकार सभी सुझाव को मानेगी।