चुनाव आयोग भले ही नेताओं को धार्मिक उन्माद फैलाने वाले भाषणों पर रोक लगाने की बात करता हो ,देश के अन्य कानून भी इसपर सजा देने की बात करता हो।लेकिन फिर भी नेता ऐसे धार्मिक उन्माद फैलाने वाले भाषणों या वक्तव्यों से परहेज नहीं करते हैं।और अगर वक्त चुनाव का हुआ तो फिर ऐसे धार्मिक उन्मादी भाषणों की तो बदले – बदले रूपों में बाढ़ ही आ जाती है।इसी क्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ईद से पूर्व एक खास वर्ग को टारगेट करते हुए दंगा न करने की हिदायत देते हुए दंगा होने की स्थिति में नहीं छोड़ने की बात कही थी।इसके बाद फिर बीजेपी उस खास वर्ग का पक्ष लेते हुए इस बात के लिए ममता बनर्जी पर जुबानी हमला करने लगी।अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला किया है।उन्होंने पo बंगाल में ईडी, एनआईए और अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई को लेकर केंद्र सरकार पर तंज भी कसा।
ईद के अवसर पर ममता बनर्जी ने उठाई दंगा वाली बात
ईद-उल-फितर के मौके पर कोलकाता के रेड रोड पर जुटे लोगों और अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि कोई भी अगर दंगा करने आता है, तो आप चुप-चाप रहिए, अपना माथा ठंडा रखिए। यदि कोई ब्लास्ट होता है तो वे (बी जे पी) एनआईए को भेज देते हैं कि सबको गिरफ्तार कर लो। सबको गिरफ्तार करते-करते आपका देश ही सूना हो जाएगा।हम सुंदर आसमान चाहते हैं जिसके लिए सभी का साथ रहना जरूरी है।
एनआईए टीम पर हमले के बाद से बढ़ी तकरार
लोकसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और बीजेपी के बीच नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, एनआईए की टीम 2022 बम विस्फोट मामले में शनिवार (6 अप्रैल) को पूर्वी मिदनापुर जिले के भूपतिनगर में छापा मारने गई थी।इस दौरान टीम पर हमला हुआ।इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच जुबानी जंग भी शुरू हो गई।पीएम मोदी ने जहां तृणमूल कांग्रेस पर संविधान को बर्बाद करने और भ्रष्ट नेताओं को बचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था तो वहीं दूसरी ओर, ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियां तृणमूल नेताओं को बीजेपी में शामिल होने के लिए धमकी दे रही हैं।दोनों नेताओं के बीच चल रही जुबानी जंग के दौरान एनआईए की तरफ से एक बयान जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि वह बिना गलत इरादे के छापेमारी के लिए पहुंची थी, लेकिन हमारी टीम पर हमला कर दिया गया।
अपने भ्रष्ट नेताओं को बचा रही है टीएमसी
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में रविवार (7 अप्रैल) को एक चुनावी रैली के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने टीएमसी पर खूब हमला बोला था।उन्होंने कहा था कि टीएमसी अपने भ्रष्ट नेताओं को खुलेआम पद पर बने रहने का लाइसेंस दिलाना चाहती है। इसीलिए जब केंद्रीय एजेंसियां पश्चिम बंगाल आती हैं तो टीएमसी उन पर हमला करती है। टीएमसी एक ऐसी पार्टी है जो हमारी कानूनी व्यवस्था और संविधान को नष्ट करना चाहती है।