न्यूज डेस्क
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने विपक्षी एकता को झटका देते हुए लोकसभा चुनाव 2024 अकेले लड़ने का फैसला किया है। ममता ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए किसी गठबंधन की संभावना से इनकार करते हुए कहा है कि उनकी पार्टी यह चुनाव अकेले ही लड़ेगी।
BJP,Congress&CPIM all are together. All playing communal card. TMC can fight these three forces all alone. We did this in 2021 as well.TMC will alliance with people in 2024.We’ll not go with any other political party.We’ll fight alone with people’s support: West Bengal CM (02.03) pic.twitter.com/FgTxa8alvN
— ANI (@ANI) March 3, 2023
ममता ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि तृणमूल कांग्रेस अगले वर्ष के लोकसभा चुनाव लोगों के समर्थन के बूते अकेले ही लड़ेगी। उन्होंने कहा कि 2024 में हम तृणमूल कांग्रेस और लोगों के बीच गठबंधन देखेंगे। हम किसी अन्य राजनीतिक पार्टी के साथ नहीं जाएंगे, हम लोगों के समर्थन के बल पर अकेले ही यह चुनाव लड़ेंगे।
सागरदिघी विधानसभा उपचुनाव में टीएमसी की हार
गुरुवार को आये विधानसभा उपचुनाव के परिणाम भी घोषित हुए। पश्चिम बंंगाल की सागरदिघी विधानसभा उपचुनाव में टीएमसी को झटका लगा है। इस सीट पर कांग्रेस प्रत्यासी बायरन बिस्वास ने टीएमसी प्रत्यासी देवाशीष बनर्जी को हराया है। इस चुनाव रिजल्ट पर ममता बनर्जी ने कहा कि कांग्रेस-माकपा और भाजपा के बीच अनैतिक गठबंधन था। इसके कारण उसे जीत मिली है।
त्रिपुरा में नहीं खुला टीएमसी का खाता
त्रिपुरा के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर ममता ने कहा कि जो लोग भाजपा को हराना चाहते हैं, मेरा विश्वास है कि वे हमारे पक्ष में वोट करेंगे। इसके साथ ही मेरा यह भी मानता है कि जो लोग माकपा और कांग्रेस को वोट दे रहे हैं, वास्तव में एक तरह से वे भाजपा को ही वोट दे रहे हैं। यह सच्चाई आज ही सामने आ गई है। बता दें कि त्रिपुरा के 60 सदस्यीय विधानसभा में टीएमसी खाता भी नहीं खोल पायी।