बिहार में कई दिनों से चल रही सियासी आंधी आज शाम तक शांत पड़ जाएगी,क्योंकि सुबह महागठबंधन के मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार ने राज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा सौप दिया और इसके बाद उन्होंने नई सरकार बनाने के लिए विधायकों का समर्थन पत्र भी राज्यपाल को सौंप दिया, जिसके तहत नीतीश कुमार अब एक बार फिर से एनडीए विधायक दल के नेता के रूप में मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालेंगे। सवा 3 साल के कार्यकाल में नीतीश कुमार का मुख्यमंत्री के तौर पर यह दूसरा इस्तीफा और शाम में मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद तीसरा शपथ ग्रहण होगा। एक ही कार्यकाल में नीतीश के बार-बार इस्तीफा देने और दल बदल कर मुख्यमंत्री बनने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि इस देश में कई आया राम ,गया राम है।उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पलटी मारने वाले हैं, इस बात की जानकारी उन्हें पहले से ही थी।
गंठबंधन की खातिर थे चुप
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नीतीश कुमार के बार-बार पलटी मारने की बाबत जब हमने लालू यादव और तेजस्वी यादव से बात की तब उन लोगों ने कहा था कि हमें लगता है कि वह हमारे हाथ से चले जाएंगे ।उन्होंने कहा था यदि नीतीश कुमार अलग भी हो जाएंगे, तब भी हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम गठबंधन की खातिर चुप थे। हम चाहते थे कि अपनी तरफ से कुछ भी ना बोला जाए, जिससे कोई गलत संदेश न चला जाए।
खड़गे के वार पर जेडीयू का प्रहार
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के वार पर जेडीयू नेता केसी त्यागी ने बड़ा पलटवार किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि कांग्रेस इंडिया एलायंस को हड़पने जा रही थी।उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एक कोकस बना रखा है और उसी की साजिश के जरिए खड़गे को इंडिया एलायंस का अध्यक्ष बनाया गया था। केसी त्यागी ने कहा कि कांग्रेस ने जानबूझकर सीटों का बंटवारा लटका कर रखा था। केसी त्यागी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस क्षेत्रीय दलों को खत्म करना चाहती थी। जेडीयू नेता ने कहा कि कांग्रेस की खराब मंशा की वजह से ही किसी भी राज्य में कांग्रेस के साथ सीट बंटवारा नहीं हो सका है।
नीतीश कुमार ने भी इंडिया गठबंधन पर बोला था हमला
आज सुबह राज्यपाल से मिलकर इस्तीफा देकर लौट रहे नीतीश कुमार ने मीडिया से बातचीत के दौरान इंडिया गठबंधन पर बड़ा हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि इन्होंने विपक्षी राजनीतिक दलों को एकजुट कर इंडिया गठबंधन बनाए था।इनका उद्देश्य था कि इस गठबंधन के तहत देश के लिए तेजी से काम किया जाए। लेकिन इंडिया गठबंधन में कुछ भी नहीं हो रहा था, इससे ये तकलीफ में थे। उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग समेत इंडिया एलायंस में कुछ भी नहीं होने से लोगों में बहुत दुख और आशंका थी। उधर इंडिया गठबंधन मे कुछ काम नहीं हो रहा था इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया।