विकास कुमार
महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन विपक्ष ने जमकर हंगामा किया है। कृषि कर्ज माफी, धान की फसल पर बोनस, कपास और सोयाबीन के लिए अधिक एमएसपी की मांग की जा रही है। विधान भवन में शिवसेना (यूबीटी), शरद पवार की एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं ने जमकर नारेबाजी की है। महा विकास आघाडी के वरिष्ठ नेताओं ने संतरे और कपास से बनी मालाएं पहनकर सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि किसानों पर बेमौसम बारिश की मार पड़ी है, जबकि लाखों किसानों को कपास और सोयाबीन के लिए उचित एमएसपी नहीं मिल रही है। वडेट्टीवार ने कहा कि ‘सरकार केवल ‘पंचनामा’ और घोषणाएं कर रही है। इसलिए सरकार को अब किसानों के खाते में पैसे डालने चाहिए। विपक्ष ने कर्ज माफी और धान की फसल पर एक हजार रुपए के बोनस देने की मांग भी की है। विपक्ष ने कपास और सोयाबीन के लिए क्रमश: 14,हजार रुपए और 18,हजार रुपए की एमएसपी देने की मांग की है।
विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे, नाना पटोले, जयंत पाटिल और और बालासाहेब थोराट ने भी इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया। दानवे ने कहा कि बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों पर गंभीर असर पड़ा है। उन्होंने किसानों के लिए कर्ज माफी की मांग की। वहीं विधायक रविंद्र धंगेकर ने मादक पदार्थ तस्कर ललित पाटिल से संबंध रखने वाले ‘‘मंत्रियों’’ के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने पुणे के ससून हॉस्पिटल के पूर्व डीन संजीव ठाकुर की गिरफ्तारी की भी मांग की है। इस तरह से देखा जाए तो किसानों के मुद्दे पर विपक्ष ने शिंदे सरकार को घेरने की पूरजोर कोशिश की है। अगर विपक्ष इसी तरह किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरेगी तो सरकार को मजबूर होकर किसानों के लिए राहत का ऐलान करना पड़ेगा।