न्यूज़ डेस्क
इंडिया गठबंधन के भीतर क्या कुछ हो रहा है यह समझ से परे है। राहुल गाँधी भारत जोड़ो यात्रा क्र रहे हैं जबकि बीजेपी के दबाब में आकर सभी इंडिया के घातक दल टूटते ज रहे हैं या फिर किसी भी तरह से इंडिया गठबंधन से निकलने के फिराक में है। और ऐसा होता है तो यह बीजेपी की बड़ी जीत है। जिस राह पर बीजेपी दौड़ती नजर आ रही है उससे साफ़ लगता है कि बीजेपी की राजनीति के सामने विपक्ष और कांग्रेस की राजनीति बेहद कमजोर है।
अब नई बात यह है कि आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली में कांग्रेस की लोकसभा और विधानसभा में कोई सीट नहीं है इसलिए यहां उसकी एक भी सीट नहीं बनती है फिर भी हम दिल्ली की सात में से एक सीट कांग्रेस को देना चाहते हैं।आप के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में मंगलवार को राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक में लोकसभा चुनाव पूरी मजबूती से लड़कर जीतने और इंडिया गठबंधन के घटक दलों के साथ सीट साझा करने को लेकर गंभीर विचार-मंथन हुआ।
पीएसी की बैठक में हुए निर्णयों की ‘आप’ के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. संदीप पाठक ने पत्रकारों को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जब पहली बार इंडिया गठबंधन का विचार देश के सामने लाया गया था तो पूरा देश बहुत उत्साहित हुआ था। देश के एक बहुत बड़े वर्ग में एक उम्मीद जगी थी। इंडिया गठबंधन का उद्देश्य यही था कि सभी घटक राजनीतिक दलों को एक साथ आकर, अपने स्वयं के राजनीतिक हितों की चिंता किए बगैर देश हित को ध्यान में रखकर इंडिया गठबंधन को चुनाव लड़ा कर और जिताकर जनता को एक अच्छी सरकार देने का था। हम भी जब इस इंडिया गठबंधन में आए तो हमारी भी एक ही इच्छा थी कि अपनी पार्टी के हितों के बारे में नहीं सोचना है, देश के बारे में सोचना है।
पाठक ने स्पष्ट करते हुए कहा कि हम पूरी ईमानदारी, ताकत और लगन से इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं और गठबंधन को सफल बनाने के लिए हम अपनी पूरी ताकत झोंक देंगे। उन्होंने कहा कि सीट बँटवारे को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच अभी तक आठ जनवरी और 12 जनवरी के आसपास दो ही आधिकारिक बैठक हुई है। यह दोनों बैठकों में बहुत अच्छे वातावरण में सारे मुद्दों पर चर्चा हुई, लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। अब एक महीने से ज्यादा हो गए हैं। ऐसी स्थिति में अगर आपका उद्देश्य चुनाव जीतना है तो मन में प्रश्न उठता है और चिंता भी होती है कि इस तरह से चुनाव जीतना तो बड़ा मुश्किल हो जाएगा। यही चिंता है, जिसके कारण आज मुझे यहां बड़े भारी मन से सारी बातें कहने की जरूरत नहीं पड़ रही है।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही ‘आप’ ने असम में अपने तीन प्रत्याशियों की घोषणा की थी। हमारे तीनों प्रत्याशी चुनाव की तैयारियों में पूरी शिद्दत से जुट गए हैं। समय को देखते हुए आज आम आदमी पार्टी दक्षिण गोवा से अपने एक प्रत्याशी की घोषणा करती है। बेनोलिम विधानसभा से ‘आप’ विधायक बेंजी बिगास को प्रत्याशी बनाया गया है। उम्मीद करता हूं कि इंडिया गठबंधन इसको स्वीकार करेगा और इसकी अनुमति देगी।
पाठक ने कहा कि गुजरात में भी आम आदमी पार्टी आज दो प्रत्याशियों की घोषणा कर रही है। इसमें से भरूच लोकसभा सीट से पहले ही हमने चैतर वसावा को प्रत्याशी घोषित कर दिया था। इसके अलावा, गुजरात के भावनगर से उमेश भाई मकवाना उम्मीदवार होंगे।
उन्होंने बताया कि दिल्ली में लोकसभा और विधानसभा में कांग्रेस की शून्य सीट है। निगम में 250 सीटों में से नौ सीटें कांग्रेस की है। अगर मेरिट के परिपेक्ष में पूरे आंकड़े को देखें तो दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की एक भी लोकसभा सीट नहीं बनती है लेकिन यहां सिर्फ डाटा महत्वपूर्ण नहीं है। गठबंधन धर्म और कांग्रेस का सम्मान करते हुए हम दिल्ली में कांग्रेस को एक सीट ऑफर कर रहे हैं। हमारा यह प्रस्ताव है कि दिल्ली में कांग्रेस एक और ‘आप’ छह लोकसभा सीट पर चुनाव लड़े हालांकि अभी हम दिल्ली में प्रत्याशियों की घोषणा नहीं कर रहे हैं। अगर दिल्ली में सीट शेयरिंग को लेकर कोई निष्कर्ष नहीं निकलता है तो हम अगले कुछ दिनों में छह सीटों पर उम्मीदवार की घोषणा कर अपना काम शुरू कर देंगे।