बीरेंद्र कुमार झा
भारत की राजधानी दिल्ली में हो रहे जी – 20 में हिस्सा लेने आए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की सुरक्षा में शनिवार को कथित तौर पर एक बड़ी चूक देखने को मिली। बाइडेन के काफिले में शामिल एक गाड़ी को शनिवार सुबह दूसरे होटल में यात्री पहुंचते हुए सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ लिया। इस कार पर होटल और प्रगति मैदान में प्रवेश करने से संबंधित पास लगा हुआ था।
घटना का पता चलते ही हरकत में आई सुरक्षा एजेंसियां
घटना का पता चलते ही विभिन्न सुरक्षा एजेंसी हरकत में आ गई। पूछताछ में पता चला कि यह कार जो बाइडेन के काफिले में शामिल है। इसे आईटीसी मौर्य होटल से प्रगति मैदान जाना था, लेकिन इससे पहले चालक गाड़ी को यात्री लाने के लिए इस्तेमाल करने लगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन नई दिल्ली स्थित आईटीसी मौर्य होटल में ठहरे हुए हैं शनिवार को होटल से प्रगति मैदान स्थित आयोजन स्थल तक जाने के लिए अमेरिका के काफिले में लगभग सात गाड़ियां शामिल रहीं। इसमें शामिल कुछ गाड़ियां अमेरिका से आई हैं, जबकि अन्य गाड़ियां भारत से ही सप्लाई करवाई गई है, इसमें कुछ गाड़ियों को किराया पर लिया गया है,जिसमें हरियाणा नंबर की एक अर्टिगा कार भी शामिल थी जिसे काफिले में आगे चलना था।
सवारी पहुंचाकरअमेरिकी राष्ट्रपति के काफिले में शामिल होने के इरादे से निकला था ड्राइवर।
अमेरिकी राष्ट्रपति के काफिले को सुबह लगभग 8:00 बजे होटल से निकलना था। इससे पहले अर्टिगा गाड़ी के चालक राधेश्याम के पास एक यात्री ने कॉल की, जो अक्सर उसकी गाड़ी दिल्ली आने पर इस्तेमाल करता है। उसे होटल ताज मान सिंह जाना था। इसलिए चालक राधेश्याम लोधी स्टेट से यात्री को लेने और उसे होटल तक छोड़ने के लिए चला गया। कार पर सुरक्षा से संबंधित पास लगे थे, इसलिए किसी जगह उसे रोका नहीं गया लेकिन जब वह होटल में पहुंचा तो वहां सुरक्षा कर्मियों ने उसे रोक लिया इस होटल में यूएई के राष्ट्रपति ठहरे हुए हैं।
विभिन्न एजेंटीयों ने कई घंटे की पूछताछ
मामला बेहद संवेदनशील होने के कारण तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसी को सूचना दी गई।उन्होंने चालक राधेश्याम को हिरासत में ले लिया।चालक के साथ ही यात्री से भी कई घंटे तक अलग-अलग एजेंसियों ने पूछताछ की। प्राथमिक पुछताछ में पता चला कि चालक यात्री को छोड़ने के मकसद से ही इस गाड़ी को लेकर चला गया था।फिलहाल इस गाड़ी से सभी पास हटा दिए गए हैं। इसकी जगह शनिवार को ही दूसरी गाड़ी अमेरिकी राष्ट्रपति के काफिले में शामिल कर दी गई।