बीरेंद्र कुमार झा
इंडिया गठबंधन की दिल्ली में हुई चौथी बैठक के बाद से ही बिहार की राजनीति काफी गर्म हो गई थी ,खासकर इस बात को लेकर की जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने जानबूझ इंडिया गठबंधन की बैठक में नीतीश कुमार का पक्ष ढंग से नहीं रखा, जिस कारण ममता बनर्जी ने मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम विपक्षी गठबंधन पीएम आगे कर दिया तभी से या माना जा रहा था कि नीतीश कुमार ललन सिंह को अध्यक्ष पद से हटाकर पार्टी की कमान अपने हाथों में ले सकते हैं, क्योंकि बीजेपी इस बात को भी हवा दे रही थी कि जल्दी ही जेडीयू का विलय आरजेडी में हो जाएगा और बिहार की कमान तेजस्वी यादव के हाथ में चल जाएगा। आज दिल्ली में हुई जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जेडीयू के पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।ललन सिंह के इस्तीफा के बाद से अब यह तय माना जा रहा है कि नीतीश कुमार खुद पार्टी की कमान अपने हाथों में ले लेंगे।
पार्टी कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेने साथ -साथ निकले थे नीतीश और ललन सिंह
राजधानी दिल्ली में गुरुवार को भी जेडीयू की एक बड़ी बैठक हुई,लेकिन इसके बाद भी ललन सिंह और नीतीश कुमार ऐसा प्रदर्शित कर रहे थे ,मानों पार्टी के अंदर सबकुछ ठीक ठाक हो। आज जब तयशुदा कार्यक्रम के तहत 11:30 बजे होने वाली पार्टी कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने के लिए दोनो निकले तो दोनो साथ – साथ थे।लेकिन जब पार्टी कार्यकारिणी की बैठक शुरू हुई तो वहां हालत ऐसे बने कि ललन सिंह ने जेडीयू अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।
नीतीश कुमार थाम सकते हैं जेडीयू की कमान
जनता दल यूनाइटेड की कार्यकारिणी की इस बैठक से पहले नीतीश कुमार के समर्थकों ने नीतीश कुमार के पक्ष में नारे लगाए।कार्यकर्ताओं ने नीतीश कुमार जिंदाबाद, नीतीश कुमार देश के प्रधानमंत्री बने जैसे नारे लगाए। उधर बैठक में ललन सिंह के इस्तीफा देने के बाद अब यह माना जा रहा है की नीतीश कुमार को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपने की पूरी स्क्रिप्ट लिखी जा चुकी है और जल्दी ही ललन सिंह नीतीश कुमार के नाम का प्रस्ताव रखेंगे, जिसे बाकी नेता सर्वसम्मति से सहमति देंगे और इस प्रकार नीतीश कुमार के हाथ में जनता दल यूनाइटेड की कमान चली जाएगी।
जेडीयू के सूत्रों के हवाले से जो खबर सामने आ रहे हैं, उसके मुताबिक बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते हैं, जिसमें प्रमुख फैसले है –
* बैठक में नीतीश कुमार को लेकर बड़ा प्रस्ताव लाया जाएगा जिसमें लोकसभा चुनाव और संगठन के सभी फैसलों के लिए नीतीश कुमार को अधिकृत किया जाएगा।
* एक प्रस्ताव में नीतीश कुमार को पार्टी से जुड़ी सभी शक्तियां देने का प्रस्ताव है।साथ ही गठबंधन पर फैसले के लिए नीतीश अधिकृत किए जाएंगे।
* विपक्षी गठबंधन इंडिया में सीट शेयरिंग और जेडीयू के लोकसभा तथा विधान सभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन के लिए भी नीतीश कुमार को ही अधिकृत किया जाएगा।