न्यूज़ डेस्क
संसद में अविश्वास प्रस्ताव का हश्र क्या होगा यह देश को पता है। सरकार जीतेगी और अविश्वास प्रस्ताव गिर जायेगा। लेकिन इस प्रस्ताव के बहाने ही नेताओं को बोलने का मौक़ा तो मिल ही रहा है। सबके पेट में भड़ास भरा हुआ है और सब इसे निकाल भी रहे हैं। सत्ता पक्ष भी विपक्ष पर हमला करने से नहीं चूक रहे हैं और विपक्ष की तो बात ही छोड़ दीजिये। उसके पास कहने को तो बहुत कुछ है।
आज भी संसद में बहुत कुछ हुआ। जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह पर खूब हमला किया। उन्होंने कहा कि ऐसा झूठा और जुमलेबाज गृहमंत्री आज तक नहीं देखा। ललन सिंह ने कहा कि इस देश के गृहमंत्री को ज्योतिष का ज्ञान है। अभी उस दिन कह रहे थे कि 2024 में फिर से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे। इनके ज्योतिष ज्ञान के बारे में बताते हैं। 2015 में इन्होंने गृहमंत्री ने भविष्यवाणी की थी कि जिस दिन बिहार के चुनाव की गिनती होगी उस दिन 11 बजे नीतीश कुमार त्यागपत्र देंगे। 12 बजे बिहार में बीजेपी की सरकार बनेगी। इसकी भविष्यवाणी फेल हो गई और 52 सीटों पर सिमट गए। 2022 में पश्चिम बंगाल, हिमाचल और कर्नाटक में भी हारे। 2024 में भी आप हारेंगे। गृहमंत्री की आदत है कि बिहार में तीन दौरे किए हैं, पहली बार गए पूर्णिया। वहां कहा कि पूर्णिया का हवाई अड्डा मोदी जी ने बनवाया कि नहीं, तो उनकी बातों पर जनता हंस रही थी। जिस एयरपोर्ट का काम भी शुरू नहीं हुआ उसको इन्होंने बनवा दिया। ऐसा भारी जुमलाबाज मैंने देखा नहीं।
उसके बाद लखीसराय गए, वहां उन्होंने कहा कि मुंगेर में मोदी जी ने इंजीनियरिंग, मेडिकल कॉलेज बनवाया कि नहीं, हर घर नल जल पहुंचाया कि नहीं। तीनों बातें झूठ है। इन कामों में केंद्र का एक रुपये नहीं है। इनको शर्म भी नहीं आता है, कितना झूठ बोलते हैं। इस देश के गृहमंत्री इसी तरह के बयान देने के आदी हैं। ललन सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में आपने महबूबा मुफ्ती से गठबंधन क्यों किया। हम और लालू यादव हमेशा एक साथ रहे। आपका खाता बिहार में नहीं खुलने वाला है।
ललन सिंह ने कहा कि 9 अगस्त 2022 को जब बिहार में हमारा गठबंधन बना तब से इनको तितकी लग गई। पूरा देह खुजला रहा है। साल 2015 में जब गठबंधन किए थे तो आपको साफ कर दिया था। 2015 में जब बिहार में गठबंधन हुआ आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस का तब गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार में तीन महीने कैंप किया। प्रधानमंत्री नें 43 ने रेकॉर्ड आम सभाएं की, लेकिन इन्हें सीट आई 52। जब इनका नहीं चला तो इन्होंने लालू जी पर छापा मरवाने का काम शुरू कर दिया। छापा मरवाने के कारण जब हमारा गठबंधन 2017 में टूटा तो 2022 तक कुछ नहीं हुआ। इनको तीनों पालतू तोते शांत बैठ गए। जैसे ही 9 अगस्त 2022 को फिर से गठबंधन हुआ तो तीनों तोता चालू हो गया। लगातार छापे मार रहे हैं। आप लोग बिहार की सभी 40 सीट हारेंगे।