न्यूज़ डेस्क
केंद्र में नई सरकार में गठन के बाद आज से 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हो गया। प्रोटेम स्पीकर ने सांसदों को नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाई। इस दौरान संसद के अंदर विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी की। विपक्ष का कहना है कि प्रोटेम स्पीकर विपक्ष का होना चाहिए था। कांग्रेस सांसद के. सुरेश सबसे वरिष्ठ सांसद ऐसे में उन्हें प्रोटेस स्पीकर बनाना चाहिए था।
कांग्रेस सांसद के. सुरेश ने कहा, “एनडीए सरकार ने लोकसभा की परंपरा का उल्लंघन किया है। अब तक परंपरा यह थी कि जो सांसद सबसे अधिक बार निर्वाचित होता है, वही प्रोटेम स्पीकर बनता है। भर्तृहरि महताब 7वीं बार सांसद चुने गए हैं। जबकि मैं 8वीं बार सांसद चुना गया हूं। वे फिर से विपक्ष का अपमान कर रहे हैं।”
एक तरफ संसद में नवनिर्वाचित सांसद शपथ ले रहे थे। वहीं दूसरी ओर विपक्षी गठबंधन इंडिया के सांसदों ने संसद परिसर में विरोध-प्रदर्शन किया। संसद परिसर में संविधान की प्रति लेकर विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी की। प्रदर्शन में सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई विपक्षी सांसद शामिल हुए।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “संविधान को बचाने के लिए हमने जो कोशिश की थी उसमें जनता हमारे साथ है लेकिन मोदी जी ने संविधान को तोड़ने की कोशिश की। इसलिए आज हम यहां एकत्रित होकर विरोध कर रहे हैं। यहां पर गांधी जी की प्रतिमा थी और हम यहीं पर विरोध कर रहे हैं। हर लोकतांत्रिक नियमों को तोड़ा जा रहा है इसलिए हम बता रहे हैं कि मोदी जी आज संविधान के तहत चलिए।”
जानिए क्यों विपक्षी सांसदों ने आज संसद के भीतर संविधान की प्रति लेकर नारे बाजी की ?
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