न्यूज़ डेस्क
विदेश मंत्रालय ने चीन ,म्यांमार और मालदीव के साथ फिलहाल देश के रिश्ते कैसे है इसको लेकर बड़ा बयान दिया है। विदेश मंत्रालय ने कहा, भारत म्यांमार में बिगड़ती स्थिति को लेकर चिंतित है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, म्यांमार की स्थिति का पड़ोसी देश और म्यांमार के मित्र के रूप में हम पर सीधा प्रभाव पड़ता है। भारत तत्काल हिंसा बंद होने की वकालत करता रहा है। उन्होंने कहा कि म्यांमार एक समावेशी और संघीय लोकतंत्र की पहचान फिर से हासिल करे, भारत यही चाहता है। प्रवक्ता रणधीर जायसवाल के मुताबिक भारत मुद्दे का शीघ्र समाधान और देश में शांति और स्थिरता की वापसी चाहता है।
प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को विदेश मंत्रालय की साप्ताहिक प्रेस वार्ता में म्यांमार तख्ता पलट के अलावा भारत-अमेरिका ड्रोन सौदा, चीनी सैनिक- पीपुल्स लिबरेशन आर्मी और भारतीय मवेशी पालक का आमना-सामना होने जैसे मुद्दों पर विस्तार से जवाब दिया। उन्होंने मालदीव के साथ भारत के रिश्तों की तल्खी पर भी टिप्पणी की।
भारत और चीन के रिश्तों से जुड़े एक सवाल पर विदेश मंत्रालय ने कहा, भारतीय चरवाहों और चीन के सैनिकों- पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की भिड़ंत वाली वीडियो से जुड़े एक सवाल पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘हमने ऐसा एक वीडियो देखा है। संबंधित एजेंसियां ही इसका जवाब दे सकेंगी… दोनों देशों के लोग अपने चारागाह क्षेत्रों के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं। हमारे पास ऐसे मुद्दों से निपटने के लिए एक सुव्यवस्थित तंत्र भी है।
अमेरिका के साथ ड्रोन सौदे को लेकर एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस मुद्दे का संबंध अमेरिकी पक्ष से है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल के मुताबिक, अमेरिका ड्रोन डील को अंतिम रूप देने से पहले अपने देश से जुड़े तमाम आंतरिक पहलुओं पर मंथन कर रहा है। उन्होंने कहा कि ड्रोन सौदा मामले में भारत अमेरिकी रूख का पर्याप्त सम्मान करता है।
खबरों के मुताबिक भारत और अमेरिका ने 31 MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन का सौदा किया है। इसे आमतौर पर MQ-9B प्रीडेटर यूएवी ड्रोन के रूप में भी जाना जाता है। यह सौदा 3.072 बिलियन अमेरिकी डॉलर (मौजूदा करेंसी एक्सचेंज के हिसाब से 25,200 करोड़ रुपये) का है। गौरतलब है कि फ्रांस के साथ हुई राफेल लड़ाकू विमान की डील की ही तरह अब भारत और अमेरिका के बीच प्रीडेटर ड्रोन का सौदा, सवालों के घेरे में आ गया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा का आरोप है कि अमेरिका ने दूसरे देशों को यही ड्रोन बहुत कम कीमत पर बेचा है। भारत को अधिक कीमत चुकानी पड़ रही है। उन्होंने कहा, कांग्रेस पार्टी प्रीडेटर ड्रोन सौदे में पूर्ण पारदर्शिता की मांग करती है।
मालदीव और भारत के रिश्तों में आई तल्खी को लेकर एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ये मालदीव के आंतरिक मामले हैं और हम इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहेंगे। गौरतलब है कि राष्ट्रपति मुइज्जू पर महाभियोग चलाने की कवायद से जुड़ी खबरें सामने आई हैं। बता दें कि पीएम मोदी के लक्षद्वीप प्रवास के बाद तीन बड़बोले मंत्रियों के ‘अपमानजनक’ बयान के बाद दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी बनी हुई है। हाल ही में मालदीव की संसद में भी जमकर लात-घूंसे चले। इन कारणों से मालदीव पिछले कुछ हफ्तों से लगातार सुर्खियों में बना हुआ है।