न्यूज़ डेस्क
उपराष्ट्रपति और राज्य सभा के सभापति जगदीप धनकड़ से अब कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे नहीं मिलेंगे। आज उनकी मुलाकात होनी थी। राष्ट्रपति भवन में शाम चार बजे मुलाकात की बात थी और उपराष्ट्रपति ने इस मुलाकात के लिए खड़गे को पत्र भी लिखा था। लेकिन अब खड़गे ने मुलाकात करने से मन कर दिया है और यह मुलाकात क्यों नहीं होगी इसका जवाब भी दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उपराष्ट्रपति सह राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को लिखे अपने पत्र में कहा है कि ‘मुझे 23 दिसंबर को आपकी चिट्ठी मिली। मैं दिल्ली से बाहर हूं इसलिए मैं आपसे नहीं मिल सकता।’ पत्र में यह भी लिखा है, “सभापति सदन का संरक्षक होता है और उसे सदन की गरिमा बनाए रखने, संसदीय विशेषाधिकारों की रक्षा करने में सबसे आगे रहना चाहिए।यह दुखद होगा जब इतिहास बिना बहस के पारित किए गए विधेयकों और सरकार से जवाबदेही न मांगने के लिए पीठासीन अधिकारियों को कठोरता से मूल्यांकन करेगा। खरगे ने सदन से निलंबित किए गए सांसदों को लेकर जगदीप धनखड़ की कार्यशैली पर सवाल उठाए।
बता दें कि कुछ दिनों पहले मल्लिकार्जुन खड़गे ने जगदीप धनखड़ को चिट्ठी लिखकर इतने बड़े पैमाने पर सांसदों का निलंबन पर नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने अपने पत्र में कहा था कि वह इतने अधिक सांसदों के निलंबन से दुखी एवं व्यथित हैं। हताश एवं निराश महसूस कर रहे हैं।
इसके बाद धनखड़ ने पत्र के जवाब में कहा कि पूरे सत्र के दौरान कभी मैंने सदन के अंदर आग्रह किया तो कभी पत्र लिखकर आपसे संवाद और परामर्श करने का अनुरोध किया। आपसे बातचीत करने के लिए किया गया मेरा हर प्रयास असफल रहा। उन्होंने आज शाम 4 बजे अपने राष्ट्रपति निवास पर मिलने के लिए मल्लिकार्जुन खरगे को आमंत्रित किया था।