विकास कुमार
एक पुरानी कहावत है कि राजनीति में ना कोई स्थायी दोस्ती होती है,और ना कोई स्थायी दुश्मनी। इसलिए एक दूसरे के विरोध में आग उगलने वाले नेता भी पुरानी रंजिशों को भूलकर अचानक एक मंच पर आ जाते हैं। एक बार फिर से यही सीन महाराष्ट्र में भी दोहराया जा सकता है। दरअसल बीजेपी नेता केशव प्रसाद मौर्य ने उद्धव ठाकरे को दोस्ती की पेशकश की है। बीजेपी के इस पेशकश से महाराष्ट्र की राजनीति में तरह तरह की चर्चाएं जोर पकड़ने लगी हैं। मौर्य ने कहा कि उद्धव ठाकरे के लिए बीजेपी के दरवाजे खुले हैं। उद्धव ठाकरे बालासाहेब ठाकरे के बेटे हैं,उनका कोई विचार हो तो जे. पी. नड्डा,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से चर्चा करनी चाहिए। बीजेपी के दरवाजे बंद नहीं हैं, बीजेपी के दरवाजे हमेशा खुले हैं। लेकिन, उद्धव ठाकरे को चर्चा के लिए पहल करनी होगी। बीजेपी चर्चा का प्रस्ताव नहीं देगी क्योंकि उन्होंने गलती की है, बीजेपी ने गलती नहीं की है।
महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों में शिंदे गुट की शिवसेना के विज्ञापन की खूब चर्चा है। शिवसेना के ‘राष्ट्र में मोदी, महाराष्ट्र में शिंदे’ के विज्ञापन से बीजेपी के नेताओं और वर्करों में नाराजगी का माहौल है। बताया जा रहा है केशव मौर्य ने आलाकमान के इशारे पर ही उद्धव ठाकरे को दोस्ती की पेशकश की है। इससे एकनाथ शिंदे की शिवसेना पर लगाम कसा जा सकता है। साथ ही महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी को कड़ी टक्कर भी दी जा सकती है। लेकिन मौर्य के इस पेशकश पर उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने चुप्पी साध ली है।