विकास कुमार
भारत में किसानों की हालत दिन ब दिन खास्ता होती जा रही है। किसानों को उनकी फसल की उचित कीमत नही मिल रही है। साथ ही गुजरते वक्त के साथ खेती किसानी पर खर्च भी बढ़ता जा रहा है। वहीं खर्च के हिसाब से किसानों की आमदनी नहीं बढ़ पा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी किसानों की आमदनी को दोगुणा करने का वादा किया था। लेकिन मोदी राज में किसानों की आमदनी बढ़ने के बजाय घटती ही चली गई। लेकिन भारत का एक राज्य ऐसा है जहां किसानों की हालत में काफी सुधार आया है। जी हां हम बात कर रहे हैं तेलंगाना की। तेलंगाना में किसानों की मदद के लिए केसीआर की सरकार ने बड़े कदम उठाए हैं। केसीआर ने रायतू बंधु योजना,24 घंटे मुफ्त बिजली आपूर्ति और सिंचाई परियोजनाओं पर 2 लाख 16 हजार करोड़ रुपए खर्च किए हैं। तेलंगाना राज्य बनने के समय एक दशमलव इकतीस करोड़ एकड़ जमीन पर खेती होती थी। जो अब बढ़कर दो दशमलव चालीस करोड़ एकड़ हो गई है। देखा जाए तो केसीआर के राज में तेलंगाना के कृषि के रकबे में क्रांतिकारी बदलाव आया है।
तेलंगाना की रायतू बंधु योजना की पूरे देश में चर्चा हो रही है। केसीआर की रायतू बंधु योजना ने तेलंगाना के किसानों की हालत में अच्छे बदलाव किए हैं। तेलंगाना सरकार ने किसानों की मदद के लिए रायतू बंधु योजना की शुरुआत की थी। केसीआर सरकार किसानों को रबी और खरीफ दोनों ही मौसम के लिए किसानों को कुल 10 हजार रुपए की आर्थिक मदद देती है। तेलंगाना सरकार की ओर से इस योजना की शुरुआत साल 2018 में की गई थी। हालांकि पहले इस योजना के तहत किसानों को कुल मिलाकर 8 हजार रुपए की मदद दी जाती थी। लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर दस हजार रुपए कर दिया गया। इस योजना के जरिए किसानों के खातों में तय वक्त पर सीधे पैसा ट्रांसफर किया जाता है। इसके चलते लाखों किसानों को सरकारी ऑफिस का चक्कर नहीं काटना पड़ता है। और लाखों किसानों को सरकार की इस योजना का बिना किसी परेशानी के फायदा मिल जाता है। केसीआर की रायतू बंधु योजना से छोटे किसानों के पास खेती के लिए पूंजी मुफ्त में मिल रही है। ऊपर से केसीआर की सरकार ने मुफ्त बिजली देकर सिंचाई की सुविधा भी मुहैया करा दी है। इससे तेलंगाना के किसानों की किस्मत ही बदल गई है।
तेलंगाना की केसीआर सरकार की ओर से साल 2018 में शुरू की गई रायतू बंधु योजना का लक्ष्य किसानों को पूंजी मुहैया कराना है। इसके जरिए छोटे किसानों को डायरेक्ट पूंजी मुहैया कराई जा रही है। एक आम किसान को केसीआर की तरफ से मिल रही मदद संजीवनी का काम कर रही है। रबी और खरीफ की दोनों ही फसलों की खेती से पहले रकम खाते में पहुंचने से किसानों को ताकत मिलती है।
रायतु बंधु के अलावा केसीआर ने तेलंगाना में दलित बंधु योजना भी लागू की है। दलित समुदाय को कारोबार से जोड़ने के लिए केसीआर ने दलित बंधु योजना चलाई है। इस योजना के तहत दलित परिवार को किसी कारोबार को शुरू करने के लिए बिना किसी बैंक गारंटी के दस लाख रुपए की मदद की जाती है। यह पैसा सीधे दलित परिवारों के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है। इससे अपना कारोबार विकसित करने में दलित परिवारों को बड़ी मदद मिल रही है।
किसानों और दलितों के विकास के लिए केसीआर की सोच को दूसरे राज्यों को अमल में लाया जाना चाहिए। क्योंकि रायतु बंधु योजना और दलित बंधु योजना ने तेलंगाना की तरक्की में बहुत बड़ा योगदान दिया है। उम्मीद है कि केसीआर की इस योजना को देश के दूसरे राज्य भी अमल में लाएंगे।