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Kargil Vijay Diwas: करगिल युद्ध के ये हैं 10 हीरो, जिन पर है देश को गर्व

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न्यूज डेस्क
हर साल कारगिल विजय दिवस 26 जुलाई को मनाया जाता है, ताकि 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले भारतीय सैनिकों की बहादुरी और वीरता को श्रद्धांजलि अर्पित की जा सके। 1999 में कारगिल युद्ध भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू और कश्मीर के कारगिल में नियंत्रण रेखा (LOC) पर लड़ा गया था। ऑपरेशन विजय के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़कर टाइगर हिल और आसपास की अन्य चौकियों पर फिर से कब्जा कर लिया था।

कारगिल विजय दिवस के इस खास मौके पर हम आपको भारतीय सैना के 10 ऐसे वीर सैनिकों के बारे में बता रहे हैं जिन देश को आज भी गर्व है

1. कैप्टन विक्रम बत्रा

हिमाचल प्रदेश के पालमपुर में 19714 में जन्में कैप्टन विक्रम बत्रा का नाम कारगिल युद्ध के उन वीर सपूतों में शुमार हैं जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिये थे। अपने शौर्य और बलिदान के लिए वे हमेशा याद किये जाएंगे।

2.मनोज कुमार पांडेय

कारगिल युद्ध के हीरो नायक मनोज कुमार पांडेय का जन्म 25 जून 1975 को सीतापुर उत्तर प्रदेश में हुआ था। 1/11 गोरखा रायफल्स के जवान मनोज पांडेय ने दुश्मनों को खदेड़ते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिये। उन्हें मरणोपरान्त परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया।

3.योगेंद्र सिंह यादव

सूबेदार योगेंद्र सिंह यादव ने देश की सेवा में अपनी जान की बाजी लगा दी। उत्तर प्रदेश में जन्में योगेंद्र सिंह यादव को टाइगर हिल पर दुश्मन से लड़ते हुए अदम्य साहस दिखाने के लिए परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया।

4.सुल्तान सिंह नरवरिया

कारगिल युद्ध के दौरान राजपूताना राइफल्स रेजिमेंट के जवान हवलदार सुल्तान सिंह नरवरिया ने अदम्य साहस का परिचय दिया। 1960 में मध्य प्रदेश के भिंड में जन्मे ​सुल्तान सिंह को मरणोपरान्त वीरचक्र से सम्मानित किया गया।

5.दिनेश सिंह भदौरिया

हवलदार दिनेश सिंह भदौरिया भी कारगिल युद्ध के हिस्सा थे। मध्य प्रदेश के भिंड में जन्मे भदौरिया ने वीरता और साहस का परिचय देते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिये। मराणोपरान्त उन्हें वीर चक्र से सम्मानित किया गया।

6.मेजर एम. सरावनन

कारगिल युद्ध में मेजर एम. सरावनन के नेतृत्व में बिहार रेजिमेंट की प्रथम बटालियन ने जुब्बार पहाड़ी पर विजय प्राप्त की। नायक गणेश प्रसाद यादव, सिपाही प्रमोद कुमार ओर अन्य वीर जवानों ने इस विजय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

7.मेजर राजेश सिंह अधिकारी

1970 में उत्तराखंड के नैनीताल में जन्मे मेजर राजेश सिंह अधिकारी को कारगिल युद्ध के दौरान टोलोलिंग पहाड़ी पर कब्जा करने का जिम्मा सौंपा गया था। इस दौरान वे वीरगति को प्राप्त हुए। उन्हें मरणोपरान्त महावीर चक्र से सम्मानित किया गया।

8.लांस नायक करण सिंह

मध्य प्रदेश के भिंड जिले के वीर सपूत लांस नायक करण सिंह ने कारगिल युद्ध में अदम्य साहस का परिचय देते हुए दुश्मनों का डटकर मुकाबला किया। शहादत के लिए उन्हें वीर चक्र से सम्मानित किया गया।

9. राइफलमैन संजय कुमार

हिमाचल प्रदेश के राइफलमैन संजय कुमार ने कारगिल युद्ध में मुशकोह घाटी के प्वांइट 4875 पर दुश्मनों से अकेले लड़ाई लड़ी। जिसके लिए उन्हें परमवीर चक्र प्रदान किया गया।

10.मेजर विवेक गुप्ता

मेजर विवेक गुप्ता ने कारगिल युद्ध के दौरान टोलोलिंग टॉप पर दुश्मन को खदेड़ने में अहम भूमिका निभायी। इस वीरता के लिए उन्हें मरणोपरान्त महावीर चक्र से सम्मानित किया गया।

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