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जोशीमठ: एक मंदिर ढहा, शंकराचार्य माधवाश्रम मंदिर के शिवलिंग में आई दरारें,तबाही का मंजर देख विशेषज्ञ भी हैरान

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देहरादून: जोशीमठ में भू-धंसाव लगातार बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को सिंहधार वार्ड में स्थानीय लोगों के कुलदेवता का मंदिर धराशायी हो गया। जमीन धंसने के कारण मां भगवती का एक पौराणिक मंदिर भरभरा कर एक मकान के ऊपर गिरा, जिससे मकान की छत पर दरारें आ गई। भू-धंसाव के कारण शंकराचार्य माधवाश्रम मंदिर के शिवलिंग में भी दरारें आ गई हैं। परिसर के भवनों, लक्ष्मी नारायण मंदिर के आसपास बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं। ज्योतिर्मठ के प्रवेश द्वार, लक्ष्मी नारायण मंदिर और सभागार में दरारें आई हैं। इसके अलावा ज्योर्तिमठ और भगवान बदरीनाथ के शीतकालीन प्रवास स्थल को भी भारी नुकसान पहुंचा है।

तबाही का मंजर देख विशेषज्ञों की टीम भी हैरान

कुलदेवता का मंदिर धराशायी होने के बाद स्थानीय लोगों में भय का माहौल है। तबाही का मंजर देख विशेषज्ञों की टीम भी हैरान रह गई। शहर के धंसने और दर्जनों घरों और इमारतों की दीवारों, दरवाजों, फर्श, सड़कों पर आईं दरारों का कारण पता लगाने में पहले दिन टीम को नाकामी हासिल हुई।

रात को घरों के नीचे से आ रही पानी बहने की आवाज

टीम ने देखा कि जोशीमठ के तमाम हिस्सों से सतह के नीचे पानी का बेतरतीब ढंग से रिसाव हो रहा है। इसका कोई एक सिरा नहीं है। स्थानीय निवासियों को रात में घरों के फर्श के नीचे पानी बहने की आवाजें आ रही हैं। वे बुरी तरह डरे सहमे हुए हैं। विशेषज्ञों की टीम दिनभर शहर में हो रहे सुराखों की पड़ताल करते रही, लेकिन उन्हें कोई सुराग नहीं मिला कि आखिर जमीन के नीचे ये पानी आ कहां से आ रहा है।

हालात का जायजा लेने सीएम धामी पहुंचे जोशीमठ

हालात का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को जोशीमठ का दौरा किया। उन्होंने जोशीमठ में घूमकर सड़कों और घरों पर पड़ी दरारों का निरीक्षण किया। जोशीमठ के हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा प्रबंधन, आयुक्त गढ़वाल मंडल और जिलाधिकारी से विस्तृत रिपोर्ट प्राप्त करते हुए निर्देश दिए कि चिकित्सा उपचार की सभी सुविधाओं की उपलब्धता रहे। जरूरी होने पर एयर लिफ्ट की सुविधा रहे, इसकी भी तैयारी हो।

धामी ने जोशीमठ के संबंध में अधिकारियों से ली रिपोर्ट

इस दौरान सीएम धामी ने प्रभावितों से बातचीत भी की। उन्होंने कहा कि प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना उनकी पहली प्रथामिकता है। सीएम ने जोशीमठ में भूस्खलन और मकानों में दरार को लेकर आईटीबीपी परिसर में प्रशासन के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक भी की। इससे पहले मुख्यमंत्री धामी ने जोशीमठ के संबंध में अधिकारियों से रिपोर्ट ली।

सीएम ने दिया प्रभावितों को हर संभव मदद का भरोसा

शुक्रवार को उन्होंने जोशीमठ में हो रहे भू धंसाव मामले में उच्चस्तरीय बैठक की थी। मुख्यमंत्री धामी ने जोशीमठ भू-धंसाव के कारण अति संवेदनशील वाले क्षेत्रों में बने भवनों को तत्काल खाली कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रभावितों को आश्वस्त किया कि सरकार उनके साथ खड़ी है और चरणबद्ध ढंग से संवेदनशील जगहों से सबको शिफ्ट किया जाएगा।

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