न्यूज़ डेस्क
पश्चिम बंगाल के सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस विधायक बायरन बिस्वास से जुड़े ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी के बाद सोना और 70 लाख रुपये नकद जब्त की हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी है।विभाग के ऑडिट अनुभाग सहित आईटी अधिकारियों ने बुधवार शाम करीब साढ़े पांच बजे मुर्शिदाबाद और बीरभूम जिलों में छह स्थानों पर छापेमारी की है।
बता दें कि मुर्शिदाबाद के सागरदिघी से विधायक बिस्वास कांग्रेस के टिकट पर उपचुनाव में चुने गए थे, लेकिन तीन महीने के भीतर ही वह तृणमूल में शामिल हो गये। बिस्वास एक बड़े व्यवसायी हैं और एक अस्पताल, रासायनिक संयंत्र, चाय निर्माण व्यवसाय और कुछ अन्य उद्यम चलाते हैं।
उधर ,टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने बिस्वास की संपत्ति पर आईटी सेल के छापे के मामले में भारतीय जनता पार्टी से चुनाव हारने के बाद केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग करके प्रतिशोध की राजनीति में शामिल होने का आरोप लगाया। हालांकि, भाजपा प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य का कहना है कि उनकी पार्टी का छापेमारी से कोई लेना-देना नहीं है।
लेकिन अब कई जानकार यह भी कह रहे हैं कि टीएमसी के भीतर की राजनीति में भी कई बदलाव हो सकते हैं। पार्टी के भीतर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात भी हो रही है और उसे पार्टी से हटाने की आवाज भी उठ रही है। पार्टी के लोग यह भी मान रहे हैं कि इस तरह के लोगों से पार्टी की छवि ख़राब हो सकती है और इसका लाभ बीजेपी आगामी लोकसभा चुनाव में उठा सकती है।