न्यूज़ डेस्क
इस देश में नेताओं और कारोबारियों के पास कितनी संपत्ति है और वह संपत्ति कहाँ से और कैसे आती है अगर इसका लेखा जोखा किया जाए तो देश की जनता अचंभित हो सकती है। इस देस के नेताओं के साथ मिलकर किस तरह से देश के कारोबारी खेल करते हैं यह भी इस देश की जनता नहीं जानती। जनता तो सिर्फ इतना ही जानती है कि कारोबारी कुछ ज्यादा ही कमाई करते हैं लेकिन वह दान पुण्य भी खूब करता है। लेकिन सच तो ये हैं कि देश के कारोबारी देश को लुटाते हैं और देश को गरीब भी बनाते हैं।
कारोबारियों के इस खेल में सत्कार और नेता भी शामिल होते हैं। सरकार ,पार्टी और नेता को कमीशन मिलता है और सब मिलकर इस देश को लुटाते हैं। अभी हाल में ही झारखंड के ही बड़े कारोबारी और शराब व्यापारी धीरज साहू के दफ्तर पर आईटी विभाग की हुई छापेमारी से जो खबर आ रही है वह चौंकाती है और परेशान भी करती है। लेकिन धीरज साहू चुकी कांग्रेस के राज्यसभा सांसद हैं इसलिए ये खबर किसी को जिद चौंका सकती है।
खबर है कि कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू और उनके करीबियों के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी में 200 करोड़ रुपये कैश बरामद किए गए हैं। गौरतलब है कि छापेमारी में 9 अलमारियां नोटों से भरी पाई गईं और नोटों को गिनने के लिए मशीनें मंगवानी पड़ी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 200 करोड़ रुपये की गिनती हो चुकी है और अभी भी नोटों की गिनती चल रही है। ऐसे में जब्त रकम अभी और बढ़ सकती है।
बता दें कि धीरज साहू एक बड़े उद्योगपति हैं और शराब बनाने वाली कंपनी बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज से जुड़े हैं। आयकर विभाग ने ग्रुप के झारखंड-ओडिशा और बंगाल के 10 ठिकानों पर छापेमारी की। आयकर विभाग ने बलदेव साहू कंपनी के बोलांगीर स्थित कार्यालय से 30 किलोमीटर दूर सतपुड़ा ऑफिस में छापेमारी में 200 करोड़ रुपये कैश बरामद किए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नोटों के बंडल ऑफिस की नौ अलमारियों में भरे रखे थे। नोट 500, 200 और 100 रुपये को गड्डियों में रखे थे। इतनी बड़ी संख्या में कैश मिलने के बाद आयकर विभाग की टीम ने मशीनों से नोट गिनकर 157 बैगों में भरा, जब बैग कम पड़ गए तो बोरियों में नोट भरे गए और उसके बाद एक ट्रक में डालकर इन्हें बैंक ले जाया गया।

