बीरेंद्र कुमार झा
हमास के ताबड़तोड़ रॉकेट हमले के बाद इजरायल का आक्रमण भी जारी है। खबर है कि इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ और बड़ा हमला करने की तैयारी कर ली है। इधर इसराइल को अमेरिकी राष्ट्रपति का भी साथ मिल गया है।आंकड़े बता रहे हैं कि संघर्ष में अब तक 600 से ज्यादा इजरायली नागरिक और 500 हमास के लड़के जान गंवा चुके हैं।
क्या है इजराइल – फिलिस्तीन विवाद
मध्य पूर्व के इलाकों में यह संघर्ष 100 वर्षों से चल रहा है।यहां वेस्ट बैंक गाजापट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी येरुशलम पर अपना हक जताता है। वहीं इजरायल येरूसलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है। इजराइल और मिश्र के बीच में गाजा पट्टी है।इस पर फिलहाल हमास का कब्जा है। यह इजरायल विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में इजरायल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। 2007 में उसने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए थे। उधर फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो।
मोशाद दुश्मन देश के खिलाफ रणनीति बनाने में जुटी
इसराइल के लिए चुनौती सिर्फ हमास के आतंकी ही नहीं है,बल्कि उसकी सीमा से लगे अन्य देश भी हैं। इस कड़ी में लेबनान के हिज्बुल्लाह समूह ने इस हमले का फायदा उठाना शुरू भी कर दिया है।इजराइल को आशंका है कि लेबनान के अलावा जॉर्डन ,ईरान, सीरिया और मिश्र भी उसके खिलाफ कोई रणनीति बना सकता है।।एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने ऐसी किसी भी आशंका से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है।
अमेरिका में इजरायल के लिए भेजे सैन्य उपकरण
अमेरिका पूर्वी भूमध्य सागर में युद्धपोतों का एक समूह भेज रहा है, क्योंकि हमास आतंकवादी के घातक हमले के बाद इजरायल ने जवाबी कार्रवाई की है, जिसमें सैकड़ो लोग मारे गए हैं। रक्षा सचिव लॉर्ड ऑस्टिन ने कहा कि राष्ट्रपति के साथ चर्चा के बाद उन्होंने उसे गेराल्ड आर फोर्ड स्ट्राइक ग्रुप को क्षेत्र में जाने का निर्देश दिया।इस समूह में एक निर्देशित मिसाइल क्रूजर और निर्देशित मिसाइल विध्वंसक भी शामिल है।