विकास कुमार
बिहार की बेटी नीना सिंह ने नया इतिहास रच दिया है। नीना सिंह एक तेज तर्रार आईपीएस अफसर हैं। नीना सिंह सीआईएसएफ की पहली महिला महानिदेशक बनाई गई हैं। 1969 में गठित सीआईएसएफ को 54 साल बाद पहली महिला महानिदेशक मिली हैं। सीआईएसएफ ने उनकी नियुक्ति को इस केंद्रीय बल के इतिहास में मील का पत्थर बताया है। नीना सिंह ने साल 2021 में सीआईएसएफ में अतिरिक्त महानिदेशक पद पर सेवाएं दी हैं। महानिदेशक पद पर नियुक्ति के आदेश जारी होने से पहले वे सीआईएसएफ में विशेष महानिदेशक के पद पर सेवाएं दे रहीं थी। 11 जुलाई 1964 को नीना सिंह का जन्म बिहार में हुआ था। नीना सिंह मूलरूप से बिहार की राजधानी पटना की रहने वाली हैं। नीना सिंह ने एमए तक पढ़ाई की है। राजस्थान में पोस्टिंग के दौरान जुलाई 2004 में वे फॉरेन स्टडी के लिए हार्वर्ड यूनिवर्सिटी गईं थी। साल 2013 से 2018 तक नीना सिंह सीबीआई में संयुक्त निदेशक पद पर भी सेवा दे चुकी हैं।
सीबीआई में पोस्टिंग के दौरान नीना सिंह शीना बोरा हत्या, जिया ख़ान की मौत जैसे कई चर्चित मामलों की जांच से भी जुड़ी रहीं। महानिदेशक का पद संभालने के बाद नीना सिंह को दिल्ली के सीआईएसएफ मुख्यालय में जवानों ने ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया। एक नजर डालते हैं उनके सफल करियर पर।
नीना सिंह 1989 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं,नीना सिंह को मणिपुर-कैडर की पुलिस अधिकारी थी,लेकिन बाद में वह राजस्थान कैडर में चली गईं। इसी साल 31 अगस्त को सीआईएसएफ महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार संभाला था। 2013 से 2018 के दौरान नीना सिंह सीबीआई में संयुक्त निदेशक के रूप में भी काम किया। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव वाले कई हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच की है। नीना सिंह 2021 से सीआईएसएफ में काम कर रही हैं। वह पहले एडीजी के रूप में और फिर स्पेशल डीजी के रूप में और 31 अगस्त 2023 से डीजी प्रभारी के रूप में लगातार सीआईएसएफ में काम कर रही हैं। अब 31 जुलाई, 2024 तक नीना सिंह सीआईएसएफ के महानिदेशक के तौर पर नियुक्ति को मंजूरी दी गई है।
अपनी प्रतिभा की दम पर नीना सिंह ने जीवन में बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। नीना सिंह जैसी प्रतिभाशाली महिला अधिकारी देश की करोड़ों महिलाओं के लिए प्रेरणा की श्रोत हैं।