नई दिल्ली: भारत ने औपचारिक रूप से G-20 की अध्यक्षता आज से ग्रहण कर ली। संगठन की कमान मिलते ही पीएम नरेंद्र मोदी ने देश की ब्रांडिंग का अपना एजेंडा पेश कर दिया, वहीं विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी दुनिया के कमजोर देशों को जोड़ते हुए उन्हें मजबूत बनाने का अहम संदेश दे डाला। इस अवसर को और खास बनाने के लिए ASI ने देश के 100 महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्मारकों को G-20 लोगो के साथ रोशन किया।
भारत को G-20 समिट की अध्यक्षता मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपना बयान जारी किया। PM ने कहा कि आज एक दिसंबर से भारत ने G-20 की अध्यक्षता शुरू की है। यह अध्यक्षता ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ की थीम से प्रेरित होकर वैश्विक एकता को बढ़ावा देने का काम करेगी। उन्होंने आगे कहा कि हम जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और महामारी जैसी जिन बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं उनका समाधान आपस में लड़कर नहीं बल्कि मिलकर निकाला जा सकता है।
विदेश मंत्री जयशंकर ने फिर दोहराया कि इस दशक के अंत तक हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होंगे। उन्होंने कहा कि दशक के अंत तक हम सबसे अधिक आबादी वाले देश भी होंगे। आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के वर्चस्व वाली दुनिया में 2030 तक वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए हमारे मानव संसाधन बेहद महत्वपूर्ण होंगे।
इस मौके को खास बनाने के लिए केंद्र सरकार ने विशेष तैयारी की थी जिसके तहत देश भर के 100 ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण स्मारकों को G-20 लोगो के साथ रोशन किया गया। इन स्मारकों में दिल्ली के स्मारक भी शामिल हैं जिनमें सफदरजंग का मकबरा, पुराना किला और लाल किला शामिल है।