न्यूज़ डेस्क
आम आदमी पार्टी के आयोजन पर आज दिल्ली के रामलीला मैदान में विपक्षी एकता इंडिया गठबंधन की लोकतंत्र बचाओ रैली हो रही है। सुबह से ही रैली में हिस्सा लेने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुँच रहे हैं। सबसे ज्यादा लोग पंजाब से आ रहे हैं। इस रैल्ली को इंडिया गठबंधन से जुड़े सभी नेता सम्बोधित करेंगे। इस विशाल रैली को देखते हुए सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किये गए हैं। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, ‘इंडिया’ गठबंधन की ‘महारैली’ के मद्देनजर रामलीला मैदान के हर द्वार पर जांच की व्यवस्था के साथ आसपास के इलाके में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने कुछ शर्तों के साथ रैली आयोजित करने की अनुमति दी है, जिसमें मध्य दिल्ली में कोई मार्च निकालना या ट्रैक्टर ट्रॉली और हथियार नहीं लाना शामिल है। एक अधिकारी ने कहा, हालांकि रैली की अनुमति है लेकिन डीडीयू मार्ग पर धारा 144 लागू रहेगी, जहां राजनीतिक दलों के कार्यालय स्थित हैं।
महारैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव समेत ‘इंडिया’ गठबंधन के कई नेता शामिल होंगे। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी रैली में शामिल होंगी। कल्पना सोरेन फदल्ली पहुँच गई है। कल ही उनकी मुलाकात सोनिया गाँधी से हुई है।
कांग्रेस पार्टी नेकहा कि यहां रामलीला मैदान में आयोजित होने वाली विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ की “लोकतंत्र बचाओ रैली” का उद्देश्य किसी व्यक्ति की रक्षा करना नहीं बल्कि संविधान और लोकतंत्र को बचाना है।
कांग्रेस ने कहा कि इस रैली से लोक कल्याण मार्ग (जहां प्रधानमंत्री का आवास स्थित है) को एक “कड़ा संदेश” दिया जाएगा कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार का “समय पूरा हो गया है।”
जयराम रमेश ने कहा, “यह कोई व्यक्ति विशेष की रैली नहीं है। इसीलिए इसे लोकतंत्र बचाओ रैली कहा जा रहा है। यह किसी एक पार्टी की रैली नहीं है, इसमें करीब 27-28 पार्टियां शामिल हैं। ‘इंडिया’ गठबंधन के सभी घटक इस रैली में हिस्सा लेंगे।”