यूपी के मुख्यमंत्री योगी ने महाकुंभ 2025 के आयोजन पर सवाल करने वालों को जमकर लताड़ा।उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखी एक पोस्ट का जिक्र किया।योगी ने पर्ची पढ़ते हुए कहा कि सोशल मीडिया हैंडल पर एक बात बहुत अच्छी लिखी गई है, जिसमें एक शख्स ने महाकुंभ का विरोध कर रहे लोगों पर सटीक टिप्पणी की है। उसने कहा कि किसी ने सच ही कहा है कि कुंभ में जिसने जो तलाशा उसे वही मिला।गिद्धों को केवल लाश मिली, सूअरों को गंदगी मिली, संवेदनशील लोगों को रिश्तों की खूबसूरत तस्वीर मिली, आस्था वालों को पुण्य मिला, सज्जनों को सज्जनता मिली, गरीबों को रोजगार मिला, अमीरों को धंधा मिला, श्रद्धालुओं को साफ-सुथरी व्यवस्था मिली, पर्यटकों को व्यवस्था मिली, सद्भावना वाले लोगों को जाति रहित व्यवस्था मिली ओ, भक्तों को भगवान मिले। मतलब सबने अपने-अपने स्वभाव और चरित्र के अनुसार चीजों को देखा है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के उस आरोप का करारा जवाब दिया, जिसमें कहा गया था कि जाति विशेष के व्यक्ति को महाकुंभ जाने से रोका गया।इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि जो सद्भावना के साथ जा रहे हैं, वो आराम से जा सकते हैं, लेकिन जो दुर्भावना के साथ कुंभ जा रहे हैं, उन्हें परेशानी हो रही है। पूर्व की समाजवादी पार्टी सरकार पर हमला करते हुए सीएम योगी ने कहा कि हमने आपकी (सपा) तरह आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं किया है।आपके समय में मुख्यमंत्री के पास आयोजन को देखने और समीक्षा करने का समय नहीं था और इसलिए उन्होंने एक गैर सनातनी (मोहम्मदआजम खान) को कुंभ का प्रभारी नियुक्त किया था। आदित्यनाथ 2013 में आयोजित कुंभ का जिक्र कर रहे थे,जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे और उन्होंने मोहम्मद आजम खान को कुंभ मेले का प्रभारी बनाया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, कि अब तक 63 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज महाकुंभ के आयोजन का हिस्सा बन चुके हैं। अभी दो दिन के बाद महाशिवरात्रि आएगी और 26 फरवरी तक मेरा अनुमान है कि जिस तरह से देश और दुनिया महाकुंभ के प्रति आकर्षित हैं, उसे देखतेवुए यह आंकड़ा 65 करोड़ की संख्या पार कर जाएगा।