भारत सरकार के नक्सलियों पर लगाम लगाने की योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के नारायणपुर-दंतेवाड़ा के सीमावर्ती इलाके में नक्सलियों और जिला रिजर्व समूह (डीआरजी) के जवानों के बीच हुए मुठभेड़ में सात नक्सली ढेर हो गये हैं। पुलिस के मुताबिक फायरिंग में 3 जवान भी घायल हुए हैं।नारायणपुर डीआरजी के तीन घायल जवानों को गोबेल इलाके से एयरलिफ्ट किया जा रहा है।गौरतलब है कि कोंडागांव, दंतेवाड़ा, जगदलपुर की डीआरजी और 45वीं बटालियन आईटीबीपी बल की संयुक्त कार्रवाई में 7 जून को नारायणपुर-दंतेवाड़ा-कोंडागांव अंतरजिला सीमा क्षेत्र के पूर्वी बस्तर डिवीजन के अंतर्गत ग्राम मुंगेड़ी, गोबेल क्षेत्र में नक्सलियों से मुठभेड़ हुई थी, जिसमें सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में सात नक्सलियों को मार गिराया।पुलिस के मुताबिक गुरुवार को रात में सुरक्षाबलों को नक्सल विरोधी अभियान के तहत नारायणपुर, दंतेवाड़ा और कोंडागांव जिले की सीमा पर स्थित मुंगेडी और गोबेल क्षेत्र में भेजा गया था। उन्होंने बताया कि सुरक्षाबल के जवान आज जब गोबेल क्षेत्र में थे तब नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की, दोनों ओर से दिन भर रूक-रूककर गोलीबारी हुई।
पांच नक्सलियों के शव बरामद
मुठभेड़ के बाद अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने अभी तक पांच नक्सलियों के शव बरामद किए हैं। इस घटना में बड़ी संख्या में नक्सलियों के घायल होने की संभावना है ।उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में नारायणपुर डीआरजी के तीन जवान भी घायल हुए हैं, घायल जवानों की स्थिति सामान्य और खतरे से बाहर है। अधिकारियों ने बताया कि इस संयुक्त अभियान में नारायणपुर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, जगदलपुर की डीआरजी और भारत तिब्बत सीमा पुलिस के 45वीं वाहिनी का बल शामिल है।
नक्सलियों की तलाश जारी
इस मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बल पूरे इलाके में सर्च अभियान चला रहे हैं। इस घटना के साथ ही इस साल अब तक राज्य में सुरक्षा बलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ों में 123 नक्सली मारे जा चुके हैं। इससे पहले 23 मई को नारायणपुर-बीजापुर अंतर-जिला सीमा पर जंगल में सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में 7 नक्सली मारे गए थे, जबकि 10 मई को बीजापुर जिले में 12 नक्सली ढेर हुए थे।