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न्यूज़ डेस्क
पकिस्तान के प्रतिष्ठित ‘डॉन’ अखबार ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के हवाले से लिखा है कि ‘‘समय आ गया है कि सत्ता में बैठे लोगों को संवेदनशीलता के साथ सोचना चाहिए, अन्यथा देश के सामने पूर्वी पाकिस्तान जैसे हालात पैदा हो सकते हैं।’’ देश की सेना की अपनी आलोचना को जायज ठहराते हुए खान ने कहा, ‘‘जब मैं सेना की निंदा करता हूं तो यह मेरे अपने बच्चों की आलोचना के समान है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं बार-बार कह चुका हूं कि मैं सरकारी संस्थाओं के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता। जब मेरे पास पक्की खबर थी कि पूर्व सेना प्रमुख मेरे खिलाफ साजिश रच रहे हैं, मैंने तब भी हस्तक्षेप नहीं किया।’’
पीटीआई अध्यक्ष ने दावा किया कि कुछ नेता वर्तमान सेना प्रमुख से कह रहे हैं कि इमरान खान सत्ता में आ गये तो उन्हें पद से हटा देंगे। खान के जमां पार्क स्थित घर में करीब 40 आतंकवादियों के छिपे होने के पंजाब सरकार के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार को तलाशी वारंट प्राप्त कर कानूनी तरीके से उनके घर की तलाशी ले लेनी चाहिए क्योंकि आतंकियों की मौजूदगी में उनकी खुद की जिंदगी खतरे में है।
खान ने कहा कि हाल में हुए एक सर्वेक्षण के अनुसार पाकिस्तान की 70 प्रतिशत आबादी पीटीआई के साथ खड़ी है और बाकी 30 प्रतिशत लोग सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल अन्य सभी दलों के साथ हैं। इमरान खान ने अपने वीडियो संदेश के बाद इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया के प्रतिनिधियों को उनके आवास पर आने की अनुमति दी ताकि वे देख सकें कि उनके घर में आतंकवादी छिपे हैं या नहीं। खान के घर में जाने वाले संवाददाताओं ने बाद में कहा कि वहां केवल घरेलू कर्मचारी और कुछ पुलिसकर्मी दिखे।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सत्तारूढ़ गठबंधन पर सेना को उनकी पार्टी के खिलाफ खड़ा करने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश तबाही की ओर बढ़ रहा है और उसे विघटन का सामना करना पड़ सकता है।
बता दें कि पुलिस ने इमरान खान के घर को घेर रखा है। घर के बाहर बड़ी संख्या में पुलि तैनात है। उन्हें भी बाहर भी नहीं निकलने दिया जा रहा है। इस बीच उन्होंने कहा, ‘‘मुझे डरावना सपना दिखाई दे रहा है कि देश तबाही की ओर बढ़ रहा है। मेरी सत्ता से अपील है कि चुनाव कराएं और देश बचाएं।’’