बीरेंद्र कुमार झा
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि उनकी हिंदू आस्था उनके जीवन के सभी पहलुओं का मार्गदर्शन करती है और उन्हें देश की शासनाध्यक्ष के तौर पर बेहतरीन कार्य करने की प्रेरणा देती है। कैंब्रिज विश्वविद्यालय के जीसस कॉलेज में आध्यात्मिक गुरु मुरारी बापू की राम कथा चल रही है,जिसमें प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने हिस्सा लिया। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने भारत के स्वतंत्रता दिवस के दिन इस कार्यक्रम में शामिल होने को एक संयोग बताया।
प्रधानमंत्री होना एक बड़े ही सम्मान की बात
राम कथा में जुटी भीड़ के सामने ऋषि सुनक ने कहा कि बापू मैं यहां एक प्रधानमंत्री के तौर पर नहीं, बल्कि हिंदू के तौर पर आया हूं। उन्होंने कहा कि मेरे लिए आस्था बहुत ही निजी है। यह मेरे जीवन के सभी पहलुओं का मार्गदर्शन करती है।प्रधानमंत्री होना एक बड़े ही सम्मान की बात है, लेकिन इस पद पर रहते हुए कर्तव्यों का निर्माण करना आसान नहीं है।मुश्किल फैसले लेने होते हैं। मुश्किल विकल्पों को आत्मसात करना होता है और मेरी आस्था मुझे देश के लिए काम करने का साहस ताकत और जुझारूपन देती है ।
मेरा धर्म मुझे फैसले लेने का साहस और शक्ति देता है
ऋषि सुनक ने कहा कि प्रधानमंत्री बनना एक बहुत बड़ा सम्मान है, लेकिन इस पद पर जाकर फैसले लेना आसान नहीं होता है। मेरा धर्म मुझे फैसले लेने का साहस और शक्ति देता है। उन्होंने कहा कि धर्म कुछ भी करने से पहले मुद्दों को सुनने और उन पर ध्यान देने के बारे में याद दिलाता है। गौरतलब है कि हाल ही में ऋषि सुनक अपनी पत्नी अक्षता मूर्ति और बच्चे कृष्णा और अनुष्का के साथ अमेरिका से छुट्टियां मनाकर लौटे हैं।उन्होंने कहा कि बचपन में वे अक्सर परिवार के साथ पड़ोस के मंदिर में पूजा अर्चना करने जाते थे ।