अखिलेश अखिल
हालांकि इंडिया गठबंधन के बीच अभी सीटों का कोई बंटवारा नहीं हुआ है लेकिन बहुत जल्द ही सीटों का फॉर्मूला सामने आ सकता है। जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक कांग्रेस कुछ राज्यों में सीटों को लेकर अपना दावा जताया है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि वैसे इंडिया गठबंधन के बीच कुछ ही राज्यों में सीटों का पेंच फंसा हुआ है और यह बात गठबंधन के सभी दल जानते हैं। ऐसे में जिन राज्यों में और दाल काफी मजबूत है और जिनकी जमीनी ताकत मजबूत है निश्चित तौर पर वे जयादा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और और ऐसा होना भी चाहिए। गठबंधन किसी भी सूरत में चुनाव जितना चाहता है। लेकिन कांग्रेस की जितनी जमीन और ताकत बची हुई है उसके मुताबिक तो उसे सीट मिलनी चाहिए।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस उत्तर प्रदेश में 11 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। उधर सपा ने कांग्रेस को चार से पांच सीटें देने की बात कही थी। लेकिन अब कांग्रेस ने 11 सीटों को चिन्हित कर इंडिया गठबंधन के सामने रखने को तैयार है। यूपी की ये सीटें है -सोनिया गांधी और राहुल गांधी की परंपरागत सीट रायबरेली और अमेठी के अलावा झांसी, फैजाबाद, लखीमपुर, सहारनपुर, महाराजगंज, धरुहरा, वाराणसी, प्रतापगढ़ और लखनऊ है। बता दें कि वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लखनऊ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सांसद हैं।
इसके साथ ही कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली, झारखंड, बिहार और बंगाल में पसंदीदा लोकसभा सीटें की मांग की है। साथ में कांग्रेस ने दिल्ली और महाराष्ट्र में अपने लिए सीटों का नंबर भी बताया है।ममता बनर्जी ने कुछ दिन पहले साफ कर दिया था की उनकी पार्टी बंगाल में वामपंथी पार्टी और कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगी। जिसके बाद कांग्रेस के नेता नाराज हो गए थे। इसी बीच कांग्रेस ने राज्य की 6 लोकसभा सीटों पर दावा ठोका है। इन सीटों के नाम मालदा- उत्तर, मालदा-दक्षिण, बेहरामपुर, जंगीपुर, रायगंज और बशीरहाट।
इंडिया गठबंधन में शामिल अपने सहयोगी दलों से कांग्रेस ने झारखंड की हजारीबाग, रांची, धनबाद, खूंटी, जमशेदपुर, चतारा, पलामू, सिंहभूम और लोहदरगा सीटें मांगी है। लेकिन लालू यादव की पार्टी राजद ने चतरा और पलामू सीट पर अपना दावा ठोका है।
बात बिहार की करें तो कांग्रेस यहां की 40 में से 9 सीटों पर दावा ठोक रही है वहीं, राजधानी दिल्ली की 4 सीटों पर भी कांग्रेस ने दावा ठोका है। दिल्ली में लोकसभा की सात सीटें है। अभी सभी सीटों पर बीजेपी का कब्ज़ा है। उधर खबर है कि महरसहटर में भी कांग्रेस 20 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है जबकि शिवसेना पहले ही कह चुकी है कि 23 सेटों पर चुनाव लड़ेगी। ऐसे में साफ़ है कि महाराष्ट्र में भी शिवसेना और शरद पवार के साथ बैठकर सीटों का बंटवारा कांग्रेस जल्द करेगी।