न्यूज डेस्क
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में एक भीषण सड़क हादसा हुआ है। इस हादसे में 22 लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 लोग घायल हो गए। घायलों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और खरगोन जिला अस्पताल लाया गया है। यह हादसा मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे हुआ। मृतकों में चालक, परिचालक और क्लीनर भी शामिल हैं।
खरगोन सड़क हादसे पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संज्ञान लिया और तत्काल सहायता राशि का एलान किया। मध्य प्रदेश सरकार खरगोन बस हादसे में अपनी जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी और घायलों का इलाज खुद करवाएगी। गंभीर रूप से घायल लोगों को 50 हजार, जबकि अन्य घायलों को 25 हजार रुपये की मदद दी जाएगी। सरकार ने बस हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक खरगोन जिले के ग्राम टांडा बरुड़ के पास श्रीखंडी गांव से इंदौर की जा रही बस मंगलवार सुबह करीब 8.30 बजे डोंगरगांव व दंसगा के बीच बोराड़ नदी के पुल की रैलिंग तोडते हुए नीचे गिर गई। बताया जा रहा है बस पुल की रांग साइड की रैलिंग तोड़ते हुए करीब 50 फीट नीचे जा गिरी। हादसे में 22 लोगों की मौत होने की पुष्टि हो चुकी है। 30 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलों को डोंगरगांव प्राथमिक उपचार के बाद खरगोन जिला अस्पताल रेफर किया गया है। मृतकों में दो बच्चे और करीब छह महिलाएं और अन्य पुरुष शामिल हैं।
जैसे ही हादसे की सूचना लोगों को लगी, मौके पर भीड़ जुट गई। लोगों ने घायलों के बस के कांच फोड़कर बाहर निकाला। पलटी हुई बस को सीधा किया। मौके पर एसपी, कलेक्टर, एसडीओपी और प्रतिनिधि पहुंचे। विधायक रवि जोशी से ग्रामीणों ने चर्चा में कहा कि यहां से रोजाना बसें ओवरलोड होकर तेज रफ्तार में गुजरती हैं, ग्रामीणों के रोकने-टोकने पर बस वाले विवाद करने पर उतारू हो जाते हैं। ग्रामीणों ने कहा कि बस वाले टाइम कवर करने के चक्कर में यात्रियों की जान जोखिम में डलते हैं।