न्यूज़ डेस्क
वाराणसी से अखिल भारतीय हिन्दू महासभा की उम्मीदवार हिमांगी सखी ने पीएम मोदी को चुनौती दी है। सखी महामंडलेश्वर हैं और किन्नर समाज से आती है लेकिन वाराणसी में काफी प्रभाव माना जाता है।
उन्हाेनें कहा, “अगर प्रधानमंत्री मोदी खुद को गंगा पुत्र कहते हैं तो मैं शिखंडी हूं और उन्हें शरणागत होना पड़ेगा।” हिमांगी सखी ने अपने चुनाव लड़ने का कारण और अपनी प्रमुख मांगाें काे भी बताया।
किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने कहा, “किन्नर समाज के मुद्दों को लेकर हम वाराणसी की जनता के बीच में जाएंगे। हमारे समाज को आरक्षण मिले, हमें भी लोकसभा और विधानसभा निर्धारित सीटों पर चुनाव लड़ने का अवसर मिले। यह हमारी प्रमुख मांग है। हम समाज की मुख्य धारा में रहकर जीना चाहते हैं। बीते सालाें में हमारे अधिकारों के बारे में कुछ भी ध्यान नहीं दिया गया।”
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने कहा, “बीफ खाने वालों को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के भव्य राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा आयोजन में बुला लिया गया, लेकिन हमारे संघर्षों को नजरअंदाज करते हुए हमें आमंत्रण तक नहीं दिया गया और ना ही ट्रस्ट में जगह दी गई।
इसलिए हिंदू जन जागृति के उद्देश्य से हमने लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों को उतारने का एलान किया है। वाराणसी से अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी को चुनावी मैदान में इसी वजह से उतारा है।”