न्यूज़ डेस्क
हमास और इजरायल की भयानक लड़ाइआ में गाजा पट्टी तबाह और बर्बाद हो चुका है। मानवता तार -तार है। हमास ने इस युद्ध की शुरुआत की थी लेकिन अब इजरायल का आक्रमण पूरा फिलिस्तीन भुगत रहा है। यह नरसंहार कब तक चलेगा यह कोई नहीं जानता। लेकिन एक बात साफ़ है कि दुनिया के कई देश इस युद्ध का पूरा लाभ उठा रहे हैं। इसी बीच हमास-इजरायल युद्ध में युद्धविराम को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने मंगलवार को एक उच्च स्तरीय बैठक करके दोनों पक्षों से युद्ध रोकने की गुजारिश की है। हालांकि इजराइल ने इस गुजारिश को अस्वीकार कर दिया है।
संयुक्त राष्ट्र में इज़राइल के राजदूत गिलाद एर्दान ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव संयुक्त राष्ट्र का नेतृत्व करने के लिए उपयुक्त नहीं हैं क्योंकि वह ‘बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की सामूहिक हत्या के अभियान’ के लिए कोई समझ नहीं दिखाते हैं। इजरायल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने कहा,”आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ युद्धविराम के लिए कैसे सहमत हो सकते हैं जिसने आपके अस्तित्व को तबाह करने की कसम खाई है?”
अमेरिकी राष्ट्रपति से पूछा गया कि क्या अमेरिका इजरायल पर गाजा में ग्राउंड ऑपरेशन में देरी करने के लिए दबाव डाल रहा है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि इजरायल अपने फैसले खुद ले सकता है।
आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ, लेफ्टिनेंट जनरल हर्ज़ी हलेवी ने कहा,”मैं स्पष्ट होना चाहता हूं, हम ग्राउंड ऑपरेशन के लिए तैयार हैं। ” बुधवार को इजरायली सेना ने कहा कि सीरिया से इजरायल की ओर रॉकेट लॉन्च किए जाने के बाद उसके जेट विमानों ने सीरियाई सेना के बुनियादी ढांचे और मोर्टार लॉन्चरों पर हमला किया।
हमास और इजरायल की यह लड़ाई मानवता को शर्मसार कर रही है। अगर इस लड़ाई को शीघ्र नहीं रोका गया तो न जाने आगे क्या होगा। इजरायल को भी इस बारे में सोंचने की जरूरत है। हो सकता है कि इजरायल काफी मजबूत देश है लेकिन कमजोर देश को सबक को सिखाया जा सकता है उसे ख़त्म करना कहाँ का न्याय ही ?

