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ज्ञानवापी विवाद के बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जानकारी के मुताबिक़ व्यासजी तहखाने के पूजा के विवाद के बीच 300 मुस्लिम महिला और पुरुषों ने काशी विश्वनाथ मंदिर में जलभिषेक किया। इसके साथ ही, उन्होंने ज्ञानवापी तलगृह का भी झांकी दर्शन किया। इस दौरान मुस्लिम सदस्यों ने कट्टरपंथी मौलानाओं की बातों को ना सुनने का आग्रह किया और कहा कि हिंदू हमारे भाई हैं, हमारे पूर्वज सब एक ही थे।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का जत्था 29 फरवरी को विश्वनाथ मंदिर पहुंचा। यहां उन्होंने शिवलिंग का जलाभिषेक किया और ज्ञानवापी तहखाने के पास जाकर झांकी दर्शन किया। रिपोर्ट के मुताबिक, इस अवसर पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के महामंत्री राजा रईस ने कहा, “हम अपने बाबा यानी अपने पूर्वज के दर्शन करने आए थे। उन्होंने कहा कि भगवान राम, भगवान कृष्ण और भगवान शिव सब हमारे अपने हैं। हमारे बाबा-दादा सब एक हैं और हिंदू हमारे भाई हैं।”
इसके साथ ही, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के सदस्यों ने कहा कि मौलाना तो हमेशा गलत बयान देते हैं। कुरान शरीफ में साफ- साफ लिखा है कि 1 लाख 24 हजार नबी इस दुनिया में आए हैं। इनमें से कुछ मुस्लिम थे लेकिन कुछ लोग हमेशा गलत बातें ही करते हैं।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के महामंत्री राजा रईस ने यह भी कहा कि चंद कट्टरपंथी लोग आखिर 1 अरब 15 करोड़ लोगों को कैसे चुनौती दे सकते हैं। भारत की संस्कृति महान है। यह सत्यम, शिवम और सुंदरम की धरती है। विदेशी ताकतों और अंग्रेजों की गुलामी के कारण कुछ लोग बहक गए हैं और अपनी संस्कृति को भूल रहे हैं।