Homeदेशगुलाम नबी आजाद का अब्दुल्ला पर अनुच्छेद 370 हटाने में बीजेपी को...

गुलाम नबी आजाद का अब्दुल्ला पर अनुच्छेद 370 हटाने में बीजेपी को सहयोग का आरोप

Published on

आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर इन दिनो विभिन राजनीतिक पार्टियों के बीच चाहे कितना भी विरोधाभाष
क्यों न हो,लेकिन उनके बीच एक बात की समानता अक्सर देखी जा रही है। यह समानता इस बात पर आधारित है कि आगामी लोकसभा चुनाव में मतदाताओं का वोट अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए इन राजनीतिक दलों के बड़े नेता खुद के पार्टी की उपलब्धियां बताने की जगह दूसरी पार्टी के बड़े नेताओं पर तरह-तरह की आक्षेप लगा रहे हैं।इसी क्रम में जम्मू कश्मीर में डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी प्रमुख गुलाम नबी आजाद ने जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर फारूक अब्दुल्ला और उनके पुत्र तथा पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को लेकर यह बयान दिया है कि इन पिता – पुत्रों को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने से पूर्व बीजेपी ने अपने विश्वास में लिया था। गुलाम नबी आजाद के इस आरोप के बाद जम्मू कश्मीर का राजनीतिक माहौल काफी गरमा गया है।इसके बाद फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला ने भी गुलाम नबी आजाद के इस आरोप को लेकर उन पर तल्ख टिप्पणी की है।

गुलाम नबी आजाद का अब्दुल्ला परिवार पर बड़ा हमला,अनुच्छेद 370 हटाने की थी जानकारी

लंबे समय तक कांग्रेसी रहे और अब खुद की डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी चलाने वाले गुलाम नबी आजाद ने जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और फारूक अब्दुल्ला को लेकर एक बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला दोनों पिता – पुत्र रात के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करते हैं। वह ऐसा इसलिए करते हैं ताकि मीडिया और जनता की नजर से बच सकें।उन्होंने कहा अब्दुल्ला पिता- पुत्र श्रीनगर में कुछ कहते हैं और जम्मू कश्मीर में कुछ ।ये दिल्ली जाते हैं तो उनकी भाषा एकदम से अलग हो जाती है। गुलाम नबी आजाद ने दावा किया कि बीजेपी के साथ उनके पुराने संबंध हैं। यहां तक कि जब बीजेपी पीडीपी के साथ मिलकर जम्मू कश्मीर में सरकार बना रही थी तो उस वक्त नेशनल कांफ्रेंस ने भी साथ जाने की कोशिश की थी। इतना ही नहीं गुलाम नबी आजाद ने तो अब्दुल्ला पिता पुत्र को लेकर यहां तक आरोप लगा दिया कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने से पहले केंद्र सरकार की तरफ से अब्दुल्ला पिता- पुत्र को इस फैसले की जानकारी दी गई थी। उन्होंने कहा कि 3 अगस्त 2019 को एक मीटिंग पीएम मोदी और अब्दुल्ला के बीच हुई थी। यहां अब्दुल्ला पिता पुत्र ने ही नरेंद्र मोदी को सुझाव दिया था कि वह घाटी में नेताओं को नजर बंद कर दें जिससे इन लोगों का राज सुरक्षित रह सके।

डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने गुलाम नबी आजाद के आरोपों में जताई नाराजगी

डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने गुलाम नबी आजाद के आरोप पर नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर मुझे प्रधानमंत्री मोदी या अमित शाह से मिलना है तो मैं दिन में ही मिलूंगा। रात में किस कारण से मिलूंगा। अफसोस है कि वह जोर देकर कह रहे हैं। लगता है कि वह बदनाम करना चाहते हैं।’ फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा कि उन्हें (गुलाम नबी आजाद को) याद रखना चाहिए कि जब कोई नहीं चाहता था कि उन्हें राज्यसभा की सीट मिले, तो उनके कहने पर ही उन्हें राज्य सभा की सीट दी गई थी।उन्होंने कहा, ‘2014 में फिर से जब राज्यसभा की सीट मिलनी थी तो उस समय मैं विदेश में इलाज करवा रहा था। उस समय सोनिया गांधी ने उमर से सीट के लिए कहा था। उमर ने फोन कर बताया था, जिसके बाद मेरे कहने पर ही सीट दी गई।’

गुलाम नबी आजाद के आरोप पर उमर अब्दुल्ला ने की तल्ख टिप्पणी

गुलाम नबी आजाद द्वारा अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के मामले में बीजेपी के साथ होने का पिता समेत खुद पर आरोप लगाने को लेकर उमरअब्दुल्ला ने तल्ख टिप्पणी की है। उमर अब्दुल्ला ने एक्स पर किए पोस्ट में लिखा कि वाह भाई वाह गुलाम नबी आजाद ,आज इतना गुस्सा ! उन्होंने कहा कि वह गुलाम कहां है जो 2015 में जम्मू-कश्मीर में राज्यसभा सीट के लिए हमसे गुहार लगा रहा था?’उमर ने आगे कहा कि गुलाम नबी आजाद कहते हैं कि उमर को 370 के बारे में पता था। तो फिर भी हमें पीएसए के तहत आठ माह से अधिक समय तक हिरासत में रखा गया और आप स्वतंत्र थे। आपको अपना मंत्री का बंगला रखने की अनुमति है? उस पद्म पुरस्कार को न भूलें जिसके लिए आप कांग्रेस छोड़ने और चिनाब घाटी में बीजेपी की मदद करने के लिए सहमत हुए थे।’

मैने कभी यह दावा नहीं किया : आजाद

गुलाम नबी आजाद ने कहा कि ‘मैंने कभी यह दावा नहीं किया कि वह (फारूक अब्दुल्ला) उनसे (पीएम मोदी) मिले थे। मैंने कहा कि दिल्ली में सूत्रों से पता चला है कि वह केंद्रीय नेतृत्व से मिलने की कोशिश करते हैं, वह भी सिर्फ रात में। मैंने कभी नहीं कहा कि उनसे मुलाकात हुई या अपॉइंटमेंट मिला।’

डीपीएपी के मुख्य प्रवक्ता का पलटवार

डीपीएपी के मुख्य प्रवक्ता सलमान निजामी ने उमर अब्दुल्ला के पोस्ट पर पलटवार करते हुए डॉ. फारूक का प्रधानमंत्री के साथ पुराना फोटो जारी किया है। इसमें नेकां सांसद हसनैन मसूदी भी हैं। साथ ही पोस्ट में लिखा कि उमर अब्दुल्ला एनडीए के साथ अपने पिछले गठबंधन और बीजेपी में मंत्री के तौर पर अपनी भूमिका से इनकार नहीं कर सकते। अनुच्छेद 370 हटने से कुछ ही दिन पहले उन्होंने अन्य सांसदों के साथ पीएम मोदी से मुलाकात की थी। वह अपने पूर्व सलाहकार दविंदर राणा के इस दावे का खंडन क्यों नहीं करते कि वह अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद भी बीजेपी के साथ गठबंधन की मांग कर रहे थे? ये जनता है सब जानती है।

Latest articles

PM मोदी ने कैमूर में लालू-तेजस्वी पर बोला हमला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैमूर में कहा कि पहले चरण में NDA के उम्मीदवारों...

बिहार के पहले फेज में बंपर वोटिंग से नतीजे ऐसे आएंगे जिसे देख नीतीश-तेजस्वी-पीके चौंक जाएंगे!

बिहार विधानसभा चुनाव में पहले फेज के मतदान का आखिरी आंकड़ा आ गया है।यह...

एंड्रॉयड यूजर्स हो जाएं सावधान,लाखों स्मार्टफोन पर मंडरा रहा खतरा, तुरंत करें यह काम

अगर आप एंड्रॉयड यूजर हैं तो सावधान हो जाएं। भारत सरकार की इंडियन कंप्यूटर...

बिस्तर पर लेटे-लेटे देखते हैं रील्स तो बॉडी में इतनी बीमारियां बना लेंगी घर

आज की डिजिटल लाइफस्टाइल में रील्स देखना अब सिर्फ एक ट्रेंड नहीं बल्कि आदत...

More like this

PM मोदी ने कैमूर में लालू-तेजस्वी पर बोला हमला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैमूर में कहा कि पहले चरण में NDA के उम्मीदवारों...

बिहार के पहले फेज में बंपर वोटिंग से नतीजे ऐसे आएंगे जिसे देख नीतीश-तेजस्वी-पीके चौंक जाएंगे!

बिहार विधानसभा चुनाव में पहले फेज के मतदान का आखिरी आंकड़ा आ गया है।यह...

एंड्रॉयड यूजर्स हो जाएं सावधान,लाखों स्मार्टफोन पर मंडरा रहा खतरा, तुरंत करें यह काम

अगर आप एंड्रॉयड यूजर हैं तो सावधान हो जाएं। भारत सरकार की इंडियन कंप्यूटर...