न्यूज़ डेस्क
भारत की अध्यक्षता में इस बार जी 20 की बैठक दिल्ली में होने जा रही है। इस शिखर वार्ता में दुनिया भर के नेता तो शामिल हो ही रहे हैं ,कई अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं के प्रमुख भी इस बैठक में पहुँच रहे हैं। 7 से 10 सितम्बर तक चलने वाली इस बैठक में अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी पहुँच रहे हैं इसके साथ ही चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ,कनाडा के प्रधानमंत्री और फ्रैंक से राष्ट्रपति भी दिल्ली पहुँच रहे हैं। पहली बार दिल्ली में दुनिया भर के बड़े नेताओं का जामववाड़ा लगने जा रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन G20 समिट के लिए दो दिन पहले 7 सितंबर को भारत पहुंचेंगे। व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि प्रेसिडेंट जो बाइडेन जी 20 समिट शुरू होने से दो दिन पहले 7 सितंबर को ही भारत पहुंच जाएंगे। उनका दौरा चार दिन का होगा। ऐसा पहली बार होगा जब कोई अमेरिकी प्रेसिडेंट चार दिन भारत में रहेंगे। इस दौरान पीएम मोदी और बाइडेन के बीच दो बार मुलाकात होनी है। खास बात यह है कि बाइडेन इंडोनेशिया में होने वाली आसियान समिट में शिरकत नहीं करेंगे।
जानकारी के मुताबिक, व्हाइट हाउस ने मंगलवार को बताया कि अमरीका राष्ट्रपति जो बाइडेन अगले महीने दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक में सुधारों का आग्रह करेंगे जो विकासशील देशों की जरूरतों को बेहतर ढंग से पूरा करेंगे। यूएस प्रेसिडेंट शिखर सम्मेलन में स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन, जलवायु परिवर्तन, यूक्रेन में युद्ध के प्रभाव और विश्व बैंक सहित बहुपक्षीय विकास बैंकों की क्षमताओं को बढ़ावा देने जैसे वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने जून में अमेरिका की राजकीय यात्रा की थी। ये दौरा कई मायनों में अहम माना जा रहा हैं। जेट इंजन, ड्रोन खरीद, स्पेस मिशन और भारत में चिप बनाने से जुड़े कई समझौते दोनों देशों के बीच हुए थे। इस समिट में अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन के अलावा, चीनी प्रधानमंत्री शी जिनपिंग, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन सहित कई राष्ट्राध्यक्षों और राजनयिक शामिल होंगे।
इसके साथ ही जी 20 के तमाम सदस्य देश भी इस बैठक में पहुँच रहे हैं। माना जा रहा है कि इस बैठक में कई देश एक दूसरे से मिलेंगे अपने -अपने देश के लिए विकास की सम्भावना तलाश करेंगे इसके साथ ही दुनिया के देशों में शांति कायम रहे और प्रकृति से क्षेड़्छाड़ नहीं हो इस पर चर्चा करेंगे। दुनिया के कई देशों के बीच चल रहे सीमा विवाद पर भी चर्चा होगी और भू राजनीति की वजह से दुनिया में हो रहे परिवर्तन और अशांति जैसे पहलूँ पर भी बात होगी।