न्यूज़ डेस्क
केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री ने मुंबई में बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स के एमएमआरडीए ग्राउंड-1 में दिव्य कला मेला, 2023 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री, रामदास अठावले और लोकसभा सांसद गोपाल शेट्टी भी उपस्थित हुए।
केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ.वीरेंद्र कुमार ने दिव्यांगजनों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन देते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में दिव्यांगजनों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पूरा देश आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है और दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाए बिना इस लक्ष्य की प्राप्ति नहीं की जा सकती है।
राज्य मंत्री डॉ. रामदास अठावले ने कहा कि दिव्य कला मेला दिव्यांगजनों द्वारा निर्मित उत्पादों के लिए बाजार तैयार करने वाली एक पहल है। उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने दिव्यांग शिल्पकारों, उद्यमियों और कलाकारों को उनके कौशल और उत्पादों का विपणन करने के लिए एक मंच प्रदान करने वाली एक पहल है और इस प्रकार से उन्हें आत्मविश्वास की अनुभूति होती है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों में विशेष क्षमताएं और प्रतिभाएं मौजूद रहती हैं जो उनके कलात्मक कौशल से झलकती हैं। राज्य मंत्री डॉ. अठावले ने कहा कि देश बदल रहा है और इसके साथ-साथ विशेष रूप से दिव्यांगजनों के लिए समाज की सोच में एक सकारात्मक बदलाव भी आ रहा है।
मेले में लगभग 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 200 दिव्यांग कारीगर, कलाकार और उद्यमी अपने उत्पादों और शिल्प कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें घर सज्जा और लाइफस्टाइल, कपड़े, स्टेशनरी और पर्यावरण के अनुकूल उत्पाद, खाद्य और जैविक उत्पाद, खिलौने और उपहार, व्यक्तिगत उपकरण, आभूषण आदि मेले के मुख्य आकर्षणों में शामिल हैं। दिव्य कला मेला 2023 में, जम्मू और कश्मीर और उत्तर पूर्व राज्यों सहित देश के विभिन्न हिस्सों के उत्पादों के साथ-साथ हस्तशिल्प, हथकरघा, कढ़ाई कार्यों और खाद्य पदार्थों का प्रदर्शन किया जा रहा है।
बता दें कि सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार का दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, देश में दिव्यांगजनों का सशक्तिकरण करने के लिए विभिन्न योजनाओं का संचालन करता है। एनएचएफडीसी दिव्यांगजनों का आर्थिक सशक्तिकरण करने के लिए ऋण के माध्यम से उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करता है। दिव्यांगजनों को विपणन सहायता प्रदान करने के लिए, उन्हें पूरे देश में आयोजित मेलों और प्रदर्शनियों में मुफ्त स्टाल प्रदान किए जाते हैं। इन मेलों का दिव्यांगजनों के उत्पादों की ब्रांडिंग, उत्पाद विकास और बाजार उपलब्धता प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान होता है। इन प्रसिद्ध मेलों में लोग बड़ी संख्या में शामिल होते हैं, जिसके कारण दिव्यांगजनों का कौशल बहुत आसानी से जनता तक पहुंच जाता है।