अखिलेश अखिल
निर्वाचन आयोग ने जैसे ही आज मेघालय विधानसभा चुनाव की घोषणा की मेघालय की राजनीति में सनसनी फ़ैल गई। चुनाव घोषणा से कुछ देर पहले ही मेघालय विधान सभा के पांच विधायकों ने इस्तीफा दिया और बीजेपी गठबंधन के साथ चले गए। इस्तीफा देने वाले नेताओं में मौजूदा लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री रेनिकटन तोंगखर भी शामिल है।
विधानसभा के अधिकारियों ने बताया कि तोंगखर के अलावा इस्तीफा देने वालों में तृणमूल कांग्रेस के विधायक शीतलंग पाले, कांग्रेस के निलंबित विधायक मायरालबॉर्न सिएम और पीटी सावक्मी तथा निर्दलीय विधायक लम्बोर मालनगियांग शामिल हैं। सूत्रों ने दावा किया कि पांचों नेता यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी यानी यूडीपी में शामिल होने वाले हैं। यूडीपी पांच दलों का गठबंधन है जिसमे बीजेपी भी शामिल है।
उधर आज मेघालय में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी पहुंची और जमकर बीजेपी पर हमला किया। ममता ने कहा कि बीजेपी दो चेहरे वाली पार्टी है जो चुनाव से पहले कुछ कहती है और चुनाव के बाद कुछ करती है। मेघालय के गारो हिल्स जिले में एक जनसभा को हुए ममता ने कहा कि उनकी टीएमसी ही एक मात्र पार्टी है जो पूर्वोत्तर राज्यों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और बेहत शासन दे सकती है। यही वह पार्टी है जो लोगो के सपने को पूरा कर सकती है।
मेघालय में 60 सदस्यीय विधान सभा चुनाव 27 फरवरी को होने हैं और वोटो की गिनती 2 मार्च को होगी। हालांकि विधान सभा का समय काल 15 मार्च को समाप्त होगा। ममता ने कहा कि बीजेपी सरकार केवल उन्ही राज्यों में धन मुहैया कराती है जहां उसकी सरकार होती है। बाकी राज्यों में वह धन नहीं देती।
ममता ने मौजूदा एनपीपी सरकार पर भी हमला किया। ममता ने कहा कि पांच साल गुजर गए लेकिन इस सरकार ने सूबे की मौलिक समस्या को भी खतम नहीं किया। ममता ने इस सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि वे अपने कामो का रिपोर्ट कार्ड जारी करे ..आज भी इस सूबे के घरों में बिजली नहीं है। युवाओं के लिए कोई कोई रोजगार नहीं है। ममता ने मौजूदा सरकार को क्षद्म बताया और कहा कि इस बीजेपी वाली सरकार को बदलना जरुरी है। मेघालय में हम जनता के लिए ,जनता द्वारा और जनता की सरकार चाहते हैं।