न्यूज़ डेस्क
छत्तीसगढ़ का सियासी पारा अचानक बढ़ा गया। मामला महादेव सट्टेबाजी का है। चुनाव के दौरान यह मामला सामने आया था और कहा जा रहा है कि इस मामले की वजह से ही सूबे की राजनीति में कांग्रेस की हार हुई। इस सट्टेबाजी में तत्कालीन सीएम भूपेश बघेल का का नाम भी जोड़ा गया है। शनिवार को इस घोटाले में पहली गिरफ्तारी हुई है। इस गिरफ्तारी के साथ ही छत्तीसगढ़ की राजनीति गर्म हो गई है।
बता दें कि मुंबई क्राइम ब्रांच की विशेष जांच टीम ने एप से धोखाधड़ी के मामले में दीक्षित कोठारी को गिरफ्तार किया है। 15 हजार करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की जांच मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच कर रही है। गौरतलब है कि भारत में सट्टेबाजी पर प्रतिबंध है। इसके बावजूद कानून की कमियों का फायदा उठाते हुए वेबसाइट को विदेशी डोमेन पर पंजीकृत करा भारत में सटटेबाजी कराई गई।
मुंबई क्राइम ब्रांच की एसआईटी ने खुलासा किया है कि दीक्षित कोठारी ही वह व्यक्ति हैं जिनके ईमेल का इस्तेमाल करके महादेव एप की वेबसाइट का डोमेन लिया गया था। इसके रखरखाव के लिए दो सालों सें 20 लाख रुपए का भुगतान किया जा रहा था।
महादेव सटटेबाजी एप घोटाले का मामले 2023 में कोर्ट के आदेश पर माटुंगा पुलिस ने दर्ज किया था। इसके बाद इस मामले की पूरी जांच के लिए मुंबई क्राइम ब्रांच ने एसआईटी गठित कर दी थी। महादेव सट्टेबाजी एप मामले में एसआईटी अन्य आरोपियों की तलाश ही है।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम अब प्रवर्तन निदेशालय ने चार्जशीट में शामिल कर लिया है। एक जनवरी 2024 को दाखिल की गई पूरक चार्जशीट में 508 करोड़ रुपए लेने का मामले का जिक्र है। एप के प्रमोटर शुभम सोनी ने पहले ही मुख्यमंत्री का नाम लेकर सनसनी मचा दी थी। इसके अलावा चार्जशीट में शुभम सोनी, अनिल कुमार अग्रवाल, रोहित गुलाटी, भीम सिंह यादव और आसिम दास का नाम शामिल है।