न्यूज़ डेस्क
राजनीति कोई किसी का नहीं और फिर सब एक ही थाली के चट्टे बट्टे भी होते हैं। राजनीति का एक दूसरा सच यह भी है कि ऊपर से भले ही सब एक दीखते हैं लेकिन जब उनकी राजनीति के सामने अपने भी आ जाते हैं तो वह बड़ा दुश्मन होता है और फिर उसे राह से हटाने में कोई कसर नहीं छोड़ जाता। राजनीति का कोई चरित्र नहीं होता।
महाराष्ट्र से जो खबर सामने आ रही है वह दिल को दहला भी रही है और डरा भी रही है। महाराष्ट्र के ठाणे के एक पुलिस स्टेशन में फायरिंग की खबर है। खबरों के मुताबिक, पुलिस स्टेशन में बीजेपी विधायक ने आपा खो दिया और शिंदे गुट के नेता को गोली मार दी है। इस फायरिंग में एक और शख्स घायल हो गया है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
डीसीपी सुधाकर पठारे का कहना है शिवसेना (शिंदे) गुट के नेता महेश गायकवाड़ और बीजेपी विधायक गणपत गायकवाड़ के बीच किसी बात को लेकर मतभेद हो गया और वे शिकायत देने के लिए पुलिस स्टेशन आए। उसी समय फिर उनके बीच विवाद हो गया। अचानक गणपत गायकवाड़ ने महेश गायकवाड़ और उनके लोगों पर गोली चला दी। इसमें 2 लोग घायल हुए हैं।
वहीं उल्हासनगर फायरिंग की घटना पर शिवसेना (यूबीटी) नेता आनंद दुबे ने सवाल उठाए हैं। महाराष्ट्र को जंगलराज बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह फायरिंग पुलिस स्टेशन के अंदर हुई है। आनंद दुबे ने कहा कि कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक विधायक जिसे लाखों लोगों के कल्याण के लिए काम करने की जरूरत है, वह लोगों को गोली मार रहा है। क्या ये जंगलराज समान नहीं है?