- बीरेंद्र कुमार झा
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव से पहले बीरभूम जिले में विस्फोटकों और बमो के मिलने का सिलसिला जारी है।अब एक साथ 80 बम मिलने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है। ये बम ड्रमों में भर कर रखे गए थे ।पुलिस ने सदरपुर थाना क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में छापामारी अभियान चलाया था। पुलिस को इस अभियान में 5 ड्रम बम मिले जिनकी कुल संख्या 80 थी। इन सभी बमों को सीआईडी के बम निरोधक दस्ते ने निष्क्रिय कर दिया।
80 बम मिलने से बीरभूम जिला पुलिस सकते में
1 दिन में 80 बम मिलने से बीरभूम कि जिला पुलिस भी सकते में आ गई है। 4 फरवरी को जिला के माड़ग्राम में दो तृणमूल कार्यकर्ताओं की 4 फरवरी को बम मार कर हत्या कर दी गई थी।इस घटना के बाद बीरभूम के एसपी नागेंद्र नाथ त्रिपाठी को उनके पद से हटा कर उनकी जगह भास्कर मुखर्जी को बीरभूम का पुलिस अधीक्षक बनाया गया ।पदभार संभालते ही उन्होंने जिले भर में पुलिस को अलर्ट कर दिया है।
पुलिस ने बढ़ा सतर्कता
8 ग्राम में 23 मूल कार्यकर्ताओं की बम मार कर हुई हत्या के बाद बीरभूम के नए एसपी भास्कर मुखर्जी ने पुलिस की सक्रियता काफी बढ़ा दी है अपराधियों की धरपकड़ तेज करने के साथ-साथ अवैध बम और हत्यारों की भी तलाशी की जा रही है जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिला में अपराध और अपराधियों की नकेल कसने को लेकर पुलिस द्वारा रूट मार्च और तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत रात भर की गई छापेमारी में पुलिस को 80 बम मिले थे।यह बम किसने रखे थे, इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है। पुलिस ने फिलहाल इन बमों को नष्ट कर दिया है और आगे के अनुसंधान में जुट गई है। पुलिस इस प्रकार जिला में छिपाकर इतनी बड़ी मात्रा में बम किसने रखे और उसके क्या उद्देश्य थे इस बात का पता करने में जुट गई है । पुलिस लगातार छापेमारी अभियान चला रही है इस अभियान के क्रम में 2 दिन पहले लाल मोहनपुर इलाके में पुलिस ने कंटेनर बम बरामद किया था।
पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में इसी वर्ष पंचायत चुनाव होना तय है। यहां होने वाला पंचायत चुनाव विशेषकर हिंसा को लेकर खासा चर्चित रहता है। ऐसे में बम मारकर टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या कर देना और फिर इलाके लगातार बम मिलना एक बड़ी चिंता की बात है।