न्यूज़ डेस्क
मेघालय में सरकार किसकी बनेगी अभी इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। हालांकि बीजेपी समर्थित एनपीपी के नेता और मुख्यमंत्री कोर्नाड संगमा ने राज्यपाल फागू चौहान के सामने सरकार बनाने का दावा किया है लेकिन अब टीएमसी समर्थित मुकुल संगमा भी सरकार बनाने को लेकर बाकी विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने की तैयारी कर रहे हैं। अगर सभी विपक्षी एक हो गए तो बीजेपी धड़े को सरकार बनाने में परेशानी हो सकती है। बीजेपी का सपना टूट भी सकता है।
दरअसल मेघालय में खंडित जनादेश हुए हैं। सबसे बड़ी पार्टी के रूप में एनपीपी सामने आयी है। उसके पास 26 विधायक है। बीजेपी को भी दो सीट पर जीत हासिल हुई है। यानी अभी तक एनपीपी और बीजेपी के पास कुल 28 विधायक हैं। संभव है कि दो निर्दलीय विधायक भी बीजेपी में चले जांए। लेकिन अभी तक किसी विधायक और पार्टी ने बीजेपी की संभावित बनने वाली सरकार को समर्थन देने का ऐलान नहीं किया है।
लेकिन बीती रात में जो घटना घटी है वह कुछ और ही कहती है। टीएमसी वाले मुकुल संगमा भी सरकार बनाने को तैयार हैं और वे सभी विपक्षी को एक मंच पर लाने की तैयारी में जुटे हैं। मुकुल संगमा के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस भी सरकार बनाने के प्रयास करती नजर आ रही है। मेघालय में सत्ता की कुर्सी पर काबिज होने की लड़ाई अब दिलचस्प नजर आ रही है। इस लड़ाई में एक तरफ बीजेपी समर्थित संगमा हैं तो दूसरी तरफ टीएमसी के संगमा हैं।
बता दें कि मेघालय के मुख्यमंत्री और एनपीपी पार्टी के चीफ कोनराड संगमा ने राज्यपाल फागू चौहान से मिलकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और सरकार बनाने का दावा पेश किया है। उन्होने 32 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। हालांकि कोनराड संगमा ने अभी यह ज़ाहिर नहीं किया है कि उन्हे अपने 26 विधायकों, भाजपा के 2 विधायकों के अलावा और किन विधायकों का समर्थन है। कोनराड संगमा ने राजभवन जाने से पहले एक प्रेस वार्ता कर कहा की और कहा कि हमारे पास स्पष्ट बहुमत है। उन्होने बताया कि बीजेपी हमें पहले ही समर्थन दे चुकी है और कुछ और पार्टियां भी अपना समर्थन दे रही हैं।
इधर ,तृणमूल कांग्रेस ने राज्य में पांच सीट हासिल कर सबको चौंका दिया है। कांग्रेस का दामन छोड़ टीएमसी में आए पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ने अपने ताजा बयानों से यह संकेत दिए हैं कि वह राज्य में सरकार बनाने का प्लान बना रहे हैं। मुकुल संगमा चुनावी नतीजों को लेकर कहा ‘राज्य की जनता ने खंडित जनादेश दिया है। यह जनादेश बदलाव के लिए है… बाकी राजनीतिक दलों को यह समझना चाहिए कि इस जनादेश के साथ लोगों की भलाई के लिए एक साथ आने और काम करने की जिम्मेदारी भी आती है’
मुकुल संगमा ने कहा कि हम एक गठबंधन तैयार कर रहे हैं हालांकि इस गठबंधन का नाम अभी तय नहीं है। उन्होने कहा कि भाजपा और एनपीपी के अलावा अन्य दल इकट्ठा हो रहे हैं और हम सरकार बनाने के प्रयास करेंगे। यह बयान उन्होंने चुनावी नतीजों को लेकर विपक्षी दलों की बैठक के बाद दिया है। मुकुल संगमा ने कहा कि बीजेपी और एनपीपी को छोड़कर सभी पार्टियां यहां थीं। सभी पक्ष हम पर निहित जिम्मेदारियों के प्रति संवेदनशील हैं। हम जनादेश के साथ आने वाली अपनी जिम्मेदारियों से अवगत हैं।
बता दें कि टीएमसी को इस चुनाव में पांच सीटें हासिल हुई हैं। वहीं यूडीपी 11 सीटों पर जीत हासिल की है। इसके अलावा वॉइसऑफ पीपुल्स पार्टी चार सीटें और एचएसपीडीपी और पीडीएफ 2-2 सीटें निर्दलीय के खाते में 2 सीटें गयी हैं। पांच सीट कांग्रेस को मिली है। मुकुल संगमा ने कहा कि कुछ बातों पर और चर्चा की जाएगी और जब हम अपना दावा पेश करेंगे तो आप समझ जाएंगे कि हमारे साथ कौन-कौन है और हमारी संख्या कितनी है।
उधर ,यूडीपी अध्यक्ष मेटबाह लिंगदोह ने कहा कि मुझसे उन सभी राजनीतिक दलों ने संपर्क किया है जो एनपीपी के तहत नई सरकार का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं। उन्हें लगा कि सभी नए सदस्यों को बैठना चाहिए और देखना चाहिए कि हम बहुमत के साथ हैं या नहीं। तो मैंने उन्हें आमंत्रित किया। यहां 31 विधायक मौजूद थे।