संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा ने बड़ा ऐलान किया है।किसान मोर्चा 1 अगस्त और 15 अगस्त को आंदोलन की तैयारी में हैं। मोर्चा हरियाणा सरकार के विरोध में 1 अगस्त को विरोध प्रदर्शन करेगा।किसान मोर्चा ने कहा कि उन्हें आंसू गैस और गोलियों से रोका गया था।इसके विरोध में वो प्रदर्शन करेंगे।एक अगस्त को किसान जिंद और पिपली में प्रदर्शन करेंगे।इसके बाद 15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे।इस दौरान किसान नए आपराधिक कानून की प्रतियां भी जलाएंगे।
किसानों ने कहा है कि वो एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं।उन्होंने बताया कि सरकार का इसपर कहना है कि इससे अर्थव्यवस्था पर बोझ पड़ेगा, लेकिन हमने आर्थिक विशेषज्ञों से इस मामले पर बात की है। उनका कहना है कि यह सच नहीं है। किसानों का यह भी कहना है कि कोर्ट के आदेश के बाद भी सीमाओं को बंद रखा गया है।किसानों ने कहा है कि जब भी सीमा खुलेगी हम अपनी ट्रॉलियों के साथ दिल्ली में प्रवेश करेंगे। गौरतलब है कि किसान काफी समय से फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी की मांग पर अड़े हैं। किसान लगातार केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
गौरतलब है कि एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी के साथ-साथ किसान कृषकों के कल्याण के लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन और कर्ज माफी, भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 को बहाल करने और पिछले आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देने की भी मांग को लेकर बड़ी आंदोलन छेड़ा था।दिल्ली से लगती हरियाणा और यूपी बॉर्डर पर किसानों के साथ कई बार सुरक्षाकर्मियों की झड़प भी हुई थी।दिल्ली जाने पर किसान आमादा थे लेकिन सभी सीमाओं को प्रशासन ने सील कर दिया था।