न्यूज़ डेस्क
बंगलुरु रामेश्वरम कैफे आईईडी विस्फोट मामले में बड़ी बात सामने आ रही है। यह विस्फोट टाइमर लगाकर किया गया है। यहां पर दस सेकेंड के अंतराल पर एक नहीं दो विस्फोट हुए हैं। इसके कारण ही दस लोग घायल हैं। यह कम तीव्रता का विस्फोट था। यही वजह है कि किसी को अपनी जाने से हाथ नहीं धोना पड़ा है।
अभी घटना स्थल पर एनसीजी भी पहुंच गई है। एनआईए पहले से ही इस जांच में जुड़ी हुई है। घटना स्थल से बैट्री और टाइमर बरामद होने के बात सामने आ रही है।
व्हाइटफील्ड स्थित रामेश्वरम कैफे में आईईडी का विस्फोट शुक्रवार को करीब सवा एक बजे हुआ। इस विस्फोट में दस लोग घायल हो गए हैं। एक महिला 40 फीसदी तक जल गई है। इसके साथ ही धमाके कारण तीन लोगों के कान को नुकसान पहुंचा है। विस्फोट स्थल पर बैटरी, वॉशर, आईडी कार्ड, नट और बोल्ट पाए गए हैं।
बेंगलुरु पुलिस ने इस मामले को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत एचएएल पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया है। आतंकी घटना को लेकर हो रही सुगबुगाहट पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि वह जांच पूरी होने के बाद ही इसके बारे में कुछ पता चल पाएगा। इस मामले की जांच पुलिस कर रही है। दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। धमाके में किस चीज का इस्तेमाल हुआ है। इसका भी पता लैब टेस्ट से चलेगा।