पिछले कई वर्षों से तकरीबन हर महत्वपूर्ण परीक्षाओं में नकल माफियाओं की सक्रियता की बदौलत देश के प्रतिभावान छात्रों की प्रतिभा चौपट हो जाती रही है और अयोग्य लोग बाजी मार ले जा रहा है,जिससे देश की काफी क्षति हो रही है।ऐसे प्रतिभाओं को संरक्षण देने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने एक संबोधन में व्यक्तियों, संगठित माफिया व पेपर लीक, पेपर हल करने, प्रतिरूपण, कंप्यूटर संसाधनों के हैकिंग में लगे संस्थानों पर सख्त रुख अपनाने का संकेत दिया था। इसके बाद केंद्र सरकार ने प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी और अनियमितताओं से सख्ती से निपटने के लिए कड़े प्रावधान किए हैं। लोकसभा में पेश लोक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) विधेयक-2024 में परीक्षाओं में गड़बड़ी करने पर अधिकतम 10 साल की जेल और एक करोड़ रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान किया गया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने हाल में इस विधेयक को मंजूरी दी थी,लेकिन इसके बावजूद देश की तकरीबन हर महत्वपूर्ण परीक्षाओं में नकल माफियाओं द्वारा योग्य उम्मीदवारों की प्रतिभाओं का दमन कर अयोग्य लोगों को अवसर देने जा काम बदस्तूर जारी है।इसी क्रम में रविवार को प्रतिष्ठित नीट -यूजीसी की आयोजित परीक्षा में नकल मगियाओं ने नकल करवाए।
पुलिस जुटी अनुसंधान में
रविवार को देशभर में नीट- यूजी की परीक्षा हुई।देशभर में हुई इस परीक्षा में भी एक बार फिर से प्रश्न पत्र आउट होने की बाते सामने आने लगी।नीट के प्रश्न पत्र आउट होने की सूचना पर पटना में कई इलाकों में छापेमारी की गई।इस सिलसिले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर हिरासत में लिया है।पुलिस इस गिरफ्तार संदिग्ध से पूछताछ कर इस प्रश्नपत्र लीक कांड के किंगपिन तक पहुंचने की तैयारी में है।पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा के अनुसार फिलहाल पुलिस ने इस प्रतिष्ठित परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने की घटना को लेकर एफआईआर दर्ज कर लिया है और आगे के अनुसंधान में जुट गई है।
20 लाख रुपये लेकर दिये प्रश्न-पत्र
विभिन्न सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार,नकल माफिया गिरोह ने कई कैंडिडेट्स से नकल कराने के लिए 20- 20 लाख रुपये वसूले।इसके तहत ऐसे छात्रों को नकल माफियाओं ने नीट- यूजी परीक्षा प्रश्न-पत्र रटाने के लिए पटना के विभिन्न लॉजों में रखा था। पुलिस ने सुबह भी कंकड़बाग इलाकों में छापेमारी की थी, जहां से प्रश्न पत्र मिलने की बात सामने आयी है।पकड़े गये लोगों से पूछताछ में कई जिलों में प्रश्न-पत्र बांटने की बात सामने आयी है गौरतलब है कि बिहार के 35 जिलों में नीट- यूजी का परीक्षा केंद्र बनाया गया था।
झारखंड के रांची से भी हुई है गिरफ्तारी
नीट- यूजी परीक्षा नकल मामले में पुलिस ने झारखंड के रांची से भी एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।पुलिस ने रांची के बरियातू डीएवी से जिस स्कॉलर को गिरफ्तार किया है, उसका नाम आसिफ है। वह मूल रूप से सीवान का रहने वाला है।आसिफ प्रियांशु नाम के युवक की जगह परीक्षा देने आया था।गिरफ्तार युवक ने पुलिस को बताया कि वह दरभंगा मेडिकल इंस्टीट्यूट से पढ़ाई कर रहा है।उसे प्रियांशु के स्थान पर परीक्षा देने के एवज में पांच लाख रुपये देने का ऑफर दिया गया था।इस कारण वह परीक्षा देने के लिए रांची आया हुआ था