न्यूज़ डेस्क
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की कड़ी में शुक्रवार को मध्य प्रदेश में भी विधानसभा की सभी 230 सीटों पर वोट डाले जाने हैं। मध्यप्रदेश की जिन 230 सीटों पर मतदान होना है, उनमें से 34 सीटें चंबल, 26 सीटें बुंदेलखंड, 30 सीटें बघेलखंड, 55 सीटें मालवा, 18 सीटें निमाड़, 47 सीटें महाकौशल, 20 सीटें भोपाल क्षेत्र से हैं। राज्य में एक चरण में मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगा और चुनाव के परिणाम 3 दिसंबर को आएंगे। राज्य के बुधनी, छिंदवाड़ा और राघौगढ़ समेत प्रदेश की कई सीटों पर कड़ा मुकाबला है, जिसमें शिवराज सिंह चौहान और कमलनाथ समेत कई दिग्गज नेताओं की साख दांव पर है। बीजेपी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सीहोर जिले की बुधनी सीट से चुनावी मैदान में उतारा है। चौहान ने बुधनी से 1990 में पहली बार विधायक बने थे। यहां से लगातार चार बार चुनाव जीत चुके हैं। वो सबसे ज्यादा राज्य में चार बार सीएम बने हैं।
दतिया सीट पर भी सबकी नजरें टिकी होगी। यहां से बीजेपी ने मध्य प्रदेश के गृह मंत्री और जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा पर दांव लगाया है। मिश्रा 1990 में पहली बार विधायक बने थे। वो 2003 से बीजेपी सरकार में मंत्री रहे हैं। साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर जिले की इंदौर 1 सीट से टिकट दिया गया है। विजयवर्गीय पांच बार विधायक और इंदौर के मेयर रह चुके हैं। इसके अलावा बीजेपी ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को मुरैना जिले की दिमनी से उम्मीदवार बनाया है। तोमर मुरैना से ही लोकसभा सांसद हैं। वहीं पांच बार के लोकसभा सांसद प्रह्लाद सिंह पटेल महाकौशल रीजन के नरसिंहपुर सीट से पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ को कांग्रेस ने महाकौशल रीजन के छिंदवाड़ा से चुनावी मैदान में उतारा है। 9 बार छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से सांसद रहे हैं। इस सीट से कमलनाथ के बेटे बेटे नकुलनाथ सांसद हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह को पार्टी ने गुना जिले की चाचौड़ा सीट से टिकट दिया है। लक्षमण सिंह तीन बार विधायक और पांच बार लोकसभा के सांसद रहे हैं।
गुना जिले की राघोगढ़ सीट से कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह पर दांव लगाया है। जयवर्धन सिंह दो बार विधायक के साथ मंत्री भी रह चुके हैं। साथ ही पूर्व सीएम अर्जुन सिंह के बेटे अजय सिंह को सीधी जिले की चुरहट सीट से टिकट दिया गया है। अजय सिंह छह बार विधायक रह चुके हैं। इसके अलावा एमपी कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी को इंदौर जिले की राऊ सीट से प्रत्याशी बनाया गया है।
मध्य प्रदेश में 18 से 19 साल का 22 लाख युवा मतदाता पहली बार मतदान करेगा। प्रदेश में 20 से 39 आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 86 लाख है। जबकि प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 60 लाख है। इसमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 88 लाख 25 हजार 607 है, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 72 लाख 33 हजार 945 है। थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 1373 है। 75 हजार से ज्यादा पोस्टल बैलेट यानी कर्मचारी हैं। विधानसभा की 230 सीटों के लिए 64 हजार 523 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। प्रदेश में 17 हजार संवदेनशील पोलिंग बूथ हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, आधे पोलिंग बूथ की वेबकास्टिंग के जरिए निगरानी की जाएगी।
राज्य की विधानसभा सीटों पर 2,280 पुरुष, 252 महिलाएं और एक थर्ड जेंडर समेत 2533 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर है। इसमें बीजेपी-कांग्रेस ने सभी 230 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी ने 181 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। आम आदमी पार्टी ने 66, सपा के 71 उम्मीदवार मैदान में हैं। जबकि, निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या 1166 है। इस बार विधानसभा चुनाव में एक ट्रांसजेंडर उम्मीदवार भी चुनाव में उतरी हैं. आम आदमी पार्टी ने छतरपुर की बड़ामलहरा सीट से चंदा दीदी को टिकट दिया है।
बीजेपी ने राज्य की 230 सीटों में 30 सीटों पर महिला उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने 203 सीटों पर महिलाओं को टिकट दिया है। बता दें कि 230 सीटों में अनुसूचित जाति के लिए 35 सीटें आरक्षित है। वहीं अनूसूचित जनजाति के लिए 47 सीटें रिजर्व है।