हाल के दिनों में लोकसभा चुनाव 2024 के एक्जिट पोल के परिणाम के बाद से इंडिया गठबंधन द्वारा जमकर इसकी आलोचना की गई।यहां तक कि एक्जिट पोल से मतगणना प्रभावित होने की बात भी सामने आई। चुनाव के दौरान चुनाव आयोग एवं सरकारी पदाधिकारी पर सरकार के अनुचित दवाब की भी बात बातें उछाली गई। ऐसे में लोकसभा चुनाव 2024 की मतगणना से पहले चुनाव आयोग के सोमवार ,3 जून 2024 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से एक नया संदेह उत्पन्न हो रहा है कि न जाने चुनाव आयोग इस समय कौन सा मंतव्य लेकर आ रहा है।
मीडिया को प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए आमंत्रित किया
चुनाव आयोग द्वारा इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन दोपहर 12:30 बजे से दिल्ली में किया जाएगा। इसे लेकर मीडिया को एक इन्विटेशन भी भेजा गया है।चुनाव आयोग की ओर से मीडिया को दिए गए इस इन्विटेशन में लिखा है कि 2024 के आम चुनाव पर भारत के चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस। देश के चुनावी इतिहास में यह शायद पहली बार होगा जब चुनाव आयोग ने चुनाव में मतगणना से पूर्व प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया हो।
जयराम रमेश से पोस्ट पर मांगी डिटेल
इस प्रेस कांफ्रेंस से पहले रविवार को चुनाव आयोग ने कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश से उनके सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट के माध्यम से सार्वजनिक बयान के लिए तथ्यात्मक जानकारी और विवरण मांगा था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने निर्धारित मतगणना 4 जून से कुछ दिन पहले 150 जिलाधिकारियों को फोन किया था।इस गंभीर मुद्दे पर चुनाव आयोग ने आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए जयराम रमेश से 2 जून, 2024 की शाम तक जवाब मांगा है।लोकसभा चुनाव के लिए सात चरणों की मतदान प्रक्रिया शनिवार 1 जून 2024 को समाप्त हुई थी।
अधिकतर एग्जिट पोल में एनडीए को प्रचंड बहुमत
आखिरी चरण के मतदान की समाप्ति के बाद आए अधिकतर एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की है कि सत्तारूढ़ बीजेपी के नेतृत्व वाला एनडीए इस चुनाव में 2019 के अपने रिकॉर्ड से बेहतर प्रदर्शन कर सकता है।2019 में एनडीए गठबंधन ने 352 सीटें जीती थीं।दो एग्जिट पोल में दावा किया गया है कि बीजेपी 2019 के लोकसभा चुनावों में जीती गई 303 सीटों से भी ज्यादा सीटें इस बार जीत सकती है।अगर 4 जून को नतीजे एग्जिट पोल के मुताबिक ही आए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवाहरलाल नेहरू के बाद लगातार तीन बार प्रधानमंत्री बनने वाले पीएम बन जाएंगे।